डियर PM दावोस में बताएं- क्यों 1% अमीरों के पास देश के 73% लोगों के बराबर दौलत है: राहुल गांधी

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मंगल भारत  नई दिल्ली.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) में शामिल होने के लिए स्विट्जरलैंड के दावोस गए हैं। मंगलवार को उन्होंने दावोस समिट में स्पीच दी और वर्ल्ड लीडर्स से मुलाकात की। इसके बाद कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट में मोदी पर तंज कसा। राहुल ने लिखा, ”डियर पीएम, स्विट्जरलैंड में स्वागत है। कृपया दावोस में लोगों को बताएं कि क्यों भारत के 1% अमीरों के पास देश के 73% लोगों के बराबर दौलत है?”

राहुल गांधी ने दावोस समिट में नरेंद्र मोदी के शामिल होने पर तंज कसा। -फाइलmangalbharat.com

राहुल ने इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के दौरे के बाद पिछले दिनों वर्ल्ड लीडर्स के साथ नरेंद्र मोदी की ‘हग डिप्लोमैसी’ पर भी तंज कसा। इससे पहले कांग्रेस ने पीएम मोदी का मजाक बनाते हुए एक वीडियो भी जारी किया था।

– उन्होंने ट्वीट किया, ”खुद को बताते हैं जो बहुत ‘आम’, ‘खास’ को ही गले लगाना उनका काम। मोदीजी, ऐसी भी क्या मजबूरी गले लगाने वालों में किसान, मजदूर और जवान का होना भी है ज़रूरी।”

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के पहले आई रिपोर्ट

– WEF से पहले इंटरनेशनल राइट्स ग्रुप ऑक्सफैम ने ‘रिवार्ड वर्क, नॉट वैल्थ’ टाइटल के नाम से रिपोर्ट जारी की। इसमें देश में बढ़ती इनकम की असमानता के हालात सामने आए।

– दावा है कि भारत के 1% अमीरों के पास देश के 73% लोगों के बराबर दौलत है। देश के अमीरों की संपत्ति में 1% का इजाफा हुआ है और वह 20.9 लाख करोड़ तक पहुंच गई है। यह रकम केंद्र सरकार के पिछले साल (2017-18) पेश हुए आम बजट के बराबर हैं।

– रिपोर्ट में 67% भारतीयों को देश की सबसे गरीब आबादी बताया गया है। पिछले साल जारी ऑक्सफैम की रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत के 1% अमीरों के हाथ में देश की 58% वैल्थ है।

रिपोर्ट में और क्या कहा गया?

रिपोर्ट में 67% भारतीयों को देश की सबसे गरीब आबादी बताया गया है

– “2017 में देखा गया कि अरबपतियों की संख्या में इजाफा हुआ। 2010 से अरबपतियों की वैल्थ में एवरेज 13% का इजाफा हुआ है। ये सामान्य वर्कर्स की तनख्वाह से 6 गुना ज्यादा है।”
– स्टडी में बताया गया है कि “भारत में ग्रामीण इलाकों में काम कर रहे वर्कर्स को टॉप एग्जीक्यूटिव की सैलरी तक पहुंचने के लिए 941 साल लगेंगे। वहीं अमेरिका में एक सीईओ एक दिन में जितना कमाता है, एक सामान्य वर्कर को कमाने में एक साल लगते हैं।”

कैसे किया गया सर्वे?

– ऑक्सफैम के ग्लोबल सर्वे में 10 देशों के 1 लाख 20 हजार लोगों को शामिल किया गया। ऑक्सफैम का कहना है कि सर्वे में हिस्सा लेने वाले करीब दो तिहाई लोग सोचते हैं कि अमीर और गरीब के बीच की खाई को जल्द पाटना चाहिए।

– सर्वे में शामिल अमेरिका, ब्रिटेन और भारत के लोगों ने CEOs की सैलरी में 60% तक कटौती करने की बात कही।

ऑक्सफैम का सरकार को सुझाव

– ऑक्सफैम इंडिया ने भारत सरकार को सुझाव दिया है कि इकोनॉमी केवल कुछ लोगों के लिए नहीं बल्कि हर आदमी के लिए काम करे।
– “सरकार लेबर आधारित सेक्टर को बढ़ावा देकर ग्रोथ बढ़ाए, इससे नई नौकरियां आएंगी और एग्रीकल्चर में इन्वेस्टमेंट होगा।”
– रिपोर्ट में ये भी कहा गया है, “पिछले साल भारत में 17 नए अरबपति जुड़े। अब उनकी संख्या 101 हो गई है।”
– “भारत में 10% पॉपुलेशन के पास देश की 73% वैल्थ है। वहीं, 37% अरबपतियों को संपत्ति परिवार से विरासत में मिली है।’