निष्क्रिय सांसदों पर भडक़े शाह, चुनाव से तय होगी परफॉरमेंस

विधानसभा चुनाव में सांसदों की निष्क्रियता पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने नाराजगी जताई है। शाह ने साफ कहा है कि कई सांसदों की रिपोर्ट आई है कि वे न तो अपने क्षेत्र में संगठन के काम में सक्रिय हो रहे हैं और न ही प्रचार में जा रहे हैं। शाह ने साफ कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव के परिणाम से ही सांसदों की

परफारमेंस तय होगी। शाह ने 35 कमजोर सीटों पर बड़े नेताओं की ड्यूटी लगाने के लिए कहा है। इनमें 9 मंत्रियों की सीटें भी हैं। शाह ने बैठक में कहा कि अब कुछ दिन बचे हैं, सभी ताकत झोंक दें। उधर, शाह के फरमान के बाद संगठन महामंत्री सुहास भगत ने सभी सांसदों को पाबंद कर दिया है।
चाहे जो हो, बागियों को बैठाओ
शाह मध्यप्रदेश में अपनी ही पार्टी के लिए संकट बने बागियों को न साध पाने पर प्रदेश संगठन से खासे नाराज हैं। उन्होंने बैठक में कहा कि किसी भी हालत में बागियों को मनाकर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में बैठाया जाए। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल को भी नेताओं की नाराजगी दूर करने और घर बैठे नेताओं को सक्रिय करने मैदान में उतारा गया है। रामलाल मंगलवार को अचानक सतना पहुंचे और वहां उन्होंने स्थानीय नेताओं के साथ मंत्रणा की।
प्रत्येक बूथ प्रभारी से संपर्क करेगा संगठन
चुनाव के पहले भाजपा प्रदेश के हर बूथ प्रभारी से संपर्क करके उसे मतदान के दिन की रणनीति बताएगी। यह काम भी अमित शाह की मंशा पर हो रहा है। इसके लिए प्रदेशभर में संभाग स्तर पर पदाधिकारियों की टीमें बनाई गई हैं, जो बूथ प्रभारियों से चर्चा करके उनके यहां की स्थिति के साथ सुझाव भी ले रही हंै। शाह लगातार बूथ मजबूत करने के टारगेट पर जुटे हैं। ऐसे में आखिरी बार बूथ की समीक्षा कर वहां की पूरी जानकारी ली जा रही है।