हाथ में एक सीट नहीं फिर भी राज्य पर कब्जे की कोशिश में BJP.
मिजोरम में 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और इस चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) यहां जीत दर्ज करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है क्योंकि पूर्वोत्तर में यही एकमात्र राज्य है जहां बीजेपी की नहीं बल्कि किसी अन्य पार्टी की सरकार है. सूबे में कांग्रेस पार्टी की सरकार को सत्ता-विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है और ऐसा माहौल बीजेपी के लिए मिजोरम में ज्यादा सीटें जीतने में मददगार है- बशर्ते क्षेत्रीय स्तर पर असरदार मिजो नेशनल फ्रंट उसके आड़े नहीं आए.
जीत की अपनी संभावनाओं को धार देने के लिए बीजेपी ने ऐलान किया है कि मिजोरम में किंगमेकर की भूमिका निभाने के लिए पार्टी के चुनाव-प्रभारी का पद हेमंत बिस्वा शर्मा संभालेंगे. हेमंत बिस्वा शर्मा ने ही इस साल चंद महीने पहले त्रिपुरा में एक अरसे से कायम वामपंथी धड़े को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया था. आत्मविश्वास से लबरेज हेमंत बिस्वा शर्मा का कहना है कि ‘बीजेपी इस साल पूर्ण बहुमत से शासन में आ रही है.’
राष्ट्रीय स्तर के कई नेताओं ने सूबे में चुनाव प्रचार करते हुए मिजोरम को मुख्यधारा में लाने का वादा किया है. इस हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू सूबे का दौरा करने वाले हैं. गृहमंत्री राजनाथ सिंह पिछले हफ्ते तीन निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं.