विधानसभा क्षेत्र 76 चुरहट के दिग्गज कांग्रेसी नेता एवं प्रत्याशी अजय सिंह राहुल भैया के समर्थकों पर दलित परिवार ने मारपीट गाली गलौज जान से मार देने की धमकी और प्रताड़ित करने का लगाया गंभीर आरोप 2 दिन से हॉस्पिटल में एडमिट है पीड़ित विश्वनाथ साकेत कंप्लेंट करने के बाद भी नहीं हो रही कार्यवाही शासन प्रशासन खामोश निर्वाचन आयोग बना तमाशबीन

विधानसभा क्षेत्र 76 चुरहट अंतर्गत जिला सीधी मध्य प्रदेश के ग्राम आमडाड मे कांग्रेस प्रत्याशी अजय सिंह राहुल जो लीडर आफ अपोजिशन भी हैं और कांग्रेस पार्टी के सीएम के प्रमुख दावेदारों में से एक हैं उनके समर्थकों द्वारा ग्राम के दलित वर्ग के व्यक्तियों के साथ भाजपा और अन्य दलों का समर्थन करने के बात को लेकर मारपीट गाली-गलौज एवं जान से मारने की धमकी दी जा रही है| प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम आमडाड के शैलेंद्र मिश्रा जो कि मुख्यमंत्री के काफिले पर पथराव का आरोपी भी रह चुका है शैलेंद्र मिश्रा द्वारा ग्राम के 43 टोला निवासी विश्वनाथ साकेत पिता वंशपती साकेत को बोला गया कि तुम सब लोगों को मोहल्ले वासियों को कांग्रेसमें वोट देना है और राहुल भैया को जिताना है उक्त बात पर विश्वनाथ साकेत ने कहा कि काफी दिनों तक कांग्रेस की सरकार थी हमें कुछ नहीं मिलता था लेकिन वर्तमान की शिवराज सरकार से हम लोग संतुष्ट हैं और उन्हीं को वोट करेंगे जिस पर शैलेंद्र मिश्रा आग बबूला हो गया और मेरे ऊपर मोटरसाइकिल से ठोकर मार कर गाली गलौज देते हुए मारपीट करने लगा और एक पत्थर का टुकड़ा उठाकर मेरे सर पर मारा जिससे मुझको गंभीर अंदरूनी चोट आई है और पैर से मेरे पेट पर लात मारा जिससे मेरी पसली टूट गई है मैंने थाने पर रिपोर्ट लिखवाई लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिपक्ष के कट्टर समर्थक होने के चलते प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है मैं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर में 2 दिन से भर्ती हूं असहनीय दर्द से गुजर रहा हूं लेकिन जिस पार्टी के चक्कर में मेरे साथ ऐसी वारदात घटना हुई उस बीजेपी ने भी मुझे कोई सहयोग नहीं किया और ना ही बीजेपी के प्रत्याशी एवं कार्यकर्ताओं द्वारा मेरे बारे में कोई जानकारी ली गई ना कोई मिलने आया जबकि मुख्यमंत्री यही कहते हैं कि हम दलितों के हितेषी हैं हमारे रहते दलितों को कोई नहीं बाल भी बांका नहीं कर सकता लेकिन जमीनी हकीकत अगर देखी जाए तो हमें जान से मारने की पूरी कोशिश की गई है और मुझे शक है कि मुझे मरवा दिया जाएगा घटना के बाद से ग्राम के कई सरहंग समझौता का दबाव बना रहे हैं ग्राम के ही मदन पाल सिंह ने हॉस्पिटल आ करके मेरे ऊपर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया और धमकी दिए हैं अगर समझौता नहीं करोगे तो हम तुम्हें बर्बाद कर देंगे मुख्यमंत्री कहते नहीं थकते हैं कि हमारे रहते कोई माई का लाल हमारे दलित भाइयों का कुछ नहीं बिगाड़ सकता लेकिन उसके उलट यहां कैसे कैसे प्रताड़ित किया जा रहा है मारा पीटा जा रहा है लेकिन वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनकी कार्यकर्ता या प्रत्याशी या कोई पदाधिकारी प्रतिनिधि ने हमें किसी भी प्रकार का कोई सहयोग नहीं किया हम बहुत दुखी हैं सब झूठी बातें हैं कि हम बड़ा हितैषी हैं और विकास किए हैं आगे भी विकास करेंगे कहां से विकास होगा जब इस तरह से खुलेआम हम दलितों को मारा धमकाया जा रहा है जैसे ही मुझे छुट्टी मिलेगी मैं हरिजन थाना वहां भी कंप्लेंट करूंगा और अगर कार्यवाही नहीं हुई तो वही सीधी पुलिस अधीक्षक के ऑफिस के सामने आत्मदाह करूंगा गौरतलब बात यह है कि शिवराज सिंह द्वारा तरह-तरह के प्रलोभन आम जनता से किए जा रहे हैं कड़े कानूनों को पारित किया गया है लेकिन जमीनी हकीकत उसके पूरे उलट है साथ ही आदर्श आचार संहिता की पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही है मतदाताओं को भयभीत किया जा रहा है ऐसी घटनाएं यह प्रदर्शित करती हैं कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से बड़े नेताओं के इशारों पर चलती हैं जो बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है मंगल भारत राष्ट्रीय पत्रिका भी सभी दलों के समर्थकों और प्रत्याशियों से कहना चाहते हैं कि आम जनता को भयभीत करके मतदान के लिए मजबूर ना किया जाए यह लोकतंत्र के मर्यादा के अनुरूप नहीं है और इस मामले में इलेक्शन कमिशन को तुरंत संज्ञान लेते हुए कठोर कार्यवाही आरोपियों के ऊपर करनी चाहिए इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र के लिए कतई हितकर नहीं है साथ ही संविधान में वर्णित मौलिक अधिकार एवं मानवाधिकार का खुला उल्लंघन है जो कि एक गंभीर विषय है प्रशासन को सख्त कार्यवाही करनी चाहिए