चुरहट विधानसभा कशमकश की विधानसभा बनी?.

मंगल भारत :-विशेष रिपोर्ट चुरहट विधानसभा सीधी .मध्यप्रदेश.

मतदान का समय बहुत ही नजदीक आ चुका है जिसके चलते दोनों बड़े दलों के नेताओं द्वारा भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनाव प्रचार काफी तेज गति से किया जा रहा है.

अभी तक इस विधानसभा में यह देखने को मिला है भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सत्येंद्र तिवारी को वोट दिलाने के रूप में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने काफी दम खल के साथ प्रचार किया.

लेकिन वहीं दूसरी तरफ 20 वर्षों से लगातार चुरहट विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के विधायक अजय सिंह उर्फ राहुल को किसी पार्टी के बड़े नेता का सहारा नहीं लेना पढ़ रहा है वह स्वयं की मेहनत से एवं जनता के प्रिय नेता होने के साथ चुनाव मैदान में काफी सक्रियता के साथ प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं.

चुरहट विधानसभा दो तहसीलों एवं दो नगर पंचायतों के साथ कई ग्राम पंचायतों तक फैला हुआ विधानसभा है.

चुरहट विधानसभा इस बार दोनों दलों के लिए काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है. जहां जाति समीकरण काफी चरण सीमा पर है तो वहीं दूसरी तरफ विकास कार्य अपूर्ण है.

अगर चुरहट विधानसभा को नजदीक से देखा जाए तो यहां पर सबसे ज्यादा मतदाता ब्राह्मण मतदाता हैं जो हर बार यह निश्चित करते हैं . किस दल का विधायक चुरहट का होगा. 20 वर्षों से लगातार यहां के ब्राह्मणों द्वारा अजय सिंह राहुल को विधायक बनाया जा रहा है.

क्या इस बार पुनः अजय सिंह अजय रहेंगे या फिर सत्येंद्र तिवारी का विजय तिलक होगा.

230 विधानसभा वाला यह प्रदेश इस विधानसभा पर काफी फोकस रहेगा जिसका निर्णय मतदाताओं द्वारा 28 नवंबर 2018 को मतदान के रूप में किया जाएगा.

मैं मनीष द्विवेदी प्रबंध संपादक मंगल भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका की ओर से सभी मतदाताओं से आग्रह करता हूं . इस महापर्व का सम्मान तरीके से सम्मान करें. एवं देश के विकास में अपने मह मूल्य मत का प्रयोग करें. जय हिंद.