भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए कल मतदान होना है। बुधवार को 5 करोड़ 4 लाख 95 हजार मतदाता अपना नेता चुनने के लिए वोट करेंगे। प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 2907 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। प्रचार खत्म होने से पहले सभी दलों ने मतदाताओं को रिझाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। अब प्रत्याशी डोर-टू-डोर जनसंपर्क कर वोट मांग रहे हैं। निर्वाचन आयोग ने मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। संवदेनशील बूथों पर सीसीटीवी कैमरे की मदद से निगरानी की जाएगी।
सभी अंतर्राज्यीय सीमाएं सील
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांता राव के मुताबिक निर्भीक और निष्पक्ष मतदान के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। प्रदेश की सभी अंतर्राज्यीय सीमाएं सील कर दी गई हैं। दूसरे प्रदेशों से आए नेताओं और प्रतिनिधियों को वापस भेजा गया है। साईलेंस पीरियड के दौरान टीवी, रेडियो सहित, सोशल मीडिया पर प्रचार पर रोक है। चुनाव ड्यूटी में तीन लाख कर्मचारी, पीठासीन अधिकारी, चुनाव अधिकारी तैनात किए गए हैं। प्रदेश में 2 हजार पिंक बूथ बनाए गए हैं। इनमें महिला कर्मचारी तैनात रहेंगी. दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल लिपि में पर्ची उपलब्ध रहेगी।
भाजपा और कांग्रेस में मुकाबला
मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव के लिए मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस में होता दिख रहा है। भाजपा ने प्रदेश की सभी 230 सीटों के लिए प्रत्याशी खड़े किए हैं। जबकि कांग्रेस ने 229 प्रत्याशी उतारे हैं। जतारा की एक सीट उसने लोकतांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ी है। आम आदमी पार्टी के 208, बीएसपी के 227, बहुजन मुक्ति पार्टी के 34, जनाधिकार पार्टी के 32, समाजवादी पार्टी के 52, सपाक्स के 110, शिवसेना -81 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. सबसे ज़्यादा 1094 निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं।
5.04 करोड़ मतदाता, 2907 उम्मीदवार
मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रभारी उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि हम चाहते थे कि इस चुनाव में विकास मुद्दा बने लेकिन विपक्ष ने प्रदेश में विभाजन की बात की, अनर्गल बातें कीं। उन्होंने दावा किया कि मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनेगी। बता दें कि मध्य प्रदेश में कुल 5 करोड़ 4 लाख 95 हजार मतदाता हैं। इनके लिए कुल 65 हजार 341 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कुल 230 विधानसभा सीटों के लिए 2907 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
शांतिपूर्ण वोटिंग के लिए व्यापक इंतजाम
शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रदेश में चुनाव आयोग ने व्यापक इंतजाम किए हैं। पूरे प्रदेश की दूसरे राज्यों से लगने वाली सीमाएं सील कर दी गयी हैं और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा। मतदान के दिन शाम 5 बजे तक कोई भी शराब की बिक्री और खरीद नहीं कर सकेगा।
दो लाख जवान सुरक्षा में तैनात
पूरे प्रदेश में 1,90,000 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। ग्वालियर-चंबल संभाग में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में 76 कम्पनियां तैनात की गई हैं। प्रदेश में पैरामिलिट्री फोर्स की 650 कंपनियों ने मोर्चा संभाल लिया है। पोलिंग बूथों पर भी पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा।
तीन मिनट में पहुंचेगी पुलिस
मतदान के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए पुलिस अलर्ट रहेगी। पुलिस को सूचना मिलने के 3 मिनट के अंदर फोर्स मौके पर पहुंच जाएगी। मौके पर लोकल पुलिसकर्मी और मोबाइल वाहन तैनात रहेंगे।