चुरहट वाले साहब का प्रशासनिक कारनामा प्रताड़ना देने में साहब को आता है आनंद डी डी ओ पॉवर मिलने के बाद भी नही दे रहे कर्मचारियों को  तनख्वाह। सूनी रही दीवाली और कष्टों में गुजरा पूरा चुनाव।

चुरहट वाले साहब का प्रशासनिक कारनामा
प्रताड़ना देने में साहब को आता है आनंद

डी डी ओ पॉवर मिलने के बाद भी नही दे रहे कर्मचारियों को  तनख्वाह।

सूनी रही दीवाली और कष्टों में गुजरा पूरा चुनाव।

साहब के भय से नहीं कर पा रहे हैं शिकायत, वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में है यह बात फिर भी प्रताड़ित हो रहे हैं कर्मचारी और कोटवार।

सुर्खियां साहब पहले भी विवादों में रहे हैं , अभी हाल ही मैं अपने खासमखास गुप्ता परिवार को लंबित मामले में दिए थे 6 करोड़ से अधिक का मुआवजा राशि, छत्रावास अधीक्षिका से अनैतिक मांग का आरोप, लल्ली देवी प्रकरण, साहब की नजरों में डायरेक्ट और प्रमोटी आईएएस में बहुत फर्क होता है तभी तो साहब ने कलेक्टर सीधी के आदेश को खुद को  डायरेक्ट आईएएस मानकर रोक देना, सीमांकन के अधिकारों का अतिक्रमण करना जैसे मामलों में विवादित ही नहीं बहुत विवादित रहे हैं।

सुनने में आ रहा है कि कर्मचारियों को जानबूझकर प्रताड़ित किया जा रहा है। अब देखना यह है कि चुरहट वाले साहब के कारनामो को प्रोत्साहित करने वाले या कहें कि कभी उनपे कार्यवाही न करने वाले वरिष्ठ अधिकारीगण इस मामले में किस तरह की चुप्पी साधते हैं।
फिलहाल तो कल एक कर्मचारी हाथ जोड़कर किसी से कुछ दिन के लिए पैसे उधार लेते देखा तो यह व्यंगात्मक सत्य प्रकट हुआ।