फर्जी नाम कटने से प्रदेश में बढ़ा मतदान का प्रतिशत

प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान हुए मतदान में बीते चुनाव की तुलना में एक फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके पीछे माना जा रहा है कि चुनाव के पहले जिस तरह से आयोग ने वोटर लिस्ट से अभियान चलाकर 34 लाख फर्जी वोटर (डेथ, एब्सेंट और मिसिंग वोटर) के नाम काटे हैं उसकी वजह से मतदान में यह वृद्धि दर्ज हुई है। बीते चुनाव में 72.18 फीसदी मतदान हुआ था, लेकिन उस समय बोगस नाम नहीं काटे गए थे। इस बार चुनाव के पहले बोगस नाम कटने के कारण मतदान प्रतिशत 75.5 तक पहुंच गया है। यदि 2013 के पहले से चल रही

डुप्लीकेट एंट्री को हटा दें तो बढ़ा हुआ वोट प्रतिशत लगभग 1 फीसदी ही होता है। हर चुनाव में औसतन हर साल दो फीसदी वोटर की वृद्धि होती है जो पांच साल में 40 लाख के करीब होती है। प्रदेश में 2008 में 3 करोड़ 62 लाख वोटर्स थे, जिनकी संख्या 2013 में बढक़र 4 करोड़ 66 लाख हो गई थी। पांच साल में वोटरों की यह बढ़ोत्तरी 1 करोड़ 4 लाख के करीब थी। सूत्रों के हिसाब से इतनी ज्यादा सं या में वोटरों की बड़ी संख्या की वजह यह थी कि उस दौरान मृत और शिफ्टेड वोटर्स के नाम काटे नहीं गए और नए नाम जुड़ते चले गए। गौरतलब है कि चुनाव आयोग द्वारा इस साल वोटर लिस्ट के शुद्धिकरण के लिए चलाए गए अभियान में 19 जनवरी से 31 जुलाई के बीच सात महीने में 27 लाख फर्जी वोटर हटाए गए, लेकिन इस दरम्यान मतदाता सूची में 11 लाख 40 हजार नए मतदाता जुड़ गए हैं। इसके बाद कुल मतदाता 4 करोड़ 94 लाख रह गए थे। आयोग द्वारा जारी किए गए ड्राफ्ट में खास यह भी है कि बीते पांच साल यानी 2013 की वोटर लिस्ट में 4 करोड़ 66 लाख मतदाता थे और 31 जुलाई 2018 को मतदाताओं की संख्या 4 करोड़ 94 लाख 42 हजार हो गई। इस दौरान इस हिसाब से सिर्फ 28 लाख वोटर ही बढ़े। जुलाई बाद फिर नए मतदाता जुडऩे शुरू हुए।
झाबुआ में सर्वाधिक सात फीसदी अधिक हुआ मतदान
मतदान प्रतिशत में सर्वाधिक बढ़ोत्तरी झाबुआ जिले में देखने को मिली है। यहां 2013 में 69.04 फीसदी मतदान हुआ था, जो 76.42 फीसदी पहुंच गया है। इसके बाद क्रमश: पन्ना, धार, बैतूल, रायसेन, अनूपपुर, देवास, सतना, हरदा और खंडवा जिलों का नंबर आता है, जहां 6.11 प्रतिशत से 4.82प्रतिशत तक मतदान में वृद्धि दर्ज की गई है।
ऐसे समझें वोटर्स का गणित
2003 : 3 करोड़ 79 लाख

2008 : 3 करोड़ 63 लाख
(यानी 17 लाख वोटर कम हुए)
2013: 4 करोड़ 66 लाख
(1 करोड़ 4 लाख वोटर बढ़े)
2018 : 5 करोड़ 04 लाख
( 38 लाख वोटर बढ़े)