कांग्रेस में भीतरघातियों पर गाज गिरना तय, सूची बनना शुरू

चुनाव परिणाम आने के साथ ही प्रदेश में कांग्रेस ने पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ भीतरघात करने व निष्क्रिय रहने वाले पार्टी के प्रभावशाली नेताओं की सूची तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है। अब संगठन ऐसे नेताओं के पर कतरने की तैयारी में लग गया है। पीसीसी ने इसके लिए सभी उम्मीदवारों से ऐसे नेताओं के नामों की सूची मांगी है। विस क्षेत्रों की सूची आने के बाद इसे अनुशासन समिति के पास कार्रवाही के लिए भेजा जाएगा, जिसके बाद फैसला किया जाएगा। यही नहीं सरकार बनने पर भी इन नेताओं को कोई महत्व नहीं देने का भी फैसला किया जाना तय माना जा रहा है।


नए नेताओं को मिलेगा मौका
संगठन ऐसे पदाधिकारियों की भी पड़ताल कर रहा है, जो पूरे चुनाव में दौरान निष्क्रिय रहे। उनकी छुट्टी कर नए नेताओं को उन पदों का मौका दिया जाएगा। इसके अलावा जिन्होंने अच्छा काम है, उनको लोकसभा चुनाव के लिए विशेष जिम्मेदारी दी जाएगी। नए पदाधिकारियों को ग्रामीण वोट बैंक बढ़ाने के लिए पांच-पांच गांवों का जिम्मा भी सौंपा जा सकता है।
229 उम्मीदवारों से मांगी सूची
पीसीसी अपने अधिकृत 229 उ मीदवारों से पार्टी विरोधी काम करने वाले कार्यकर्ताओं की सूची मांगी है। संगठन सख्त इसलिए है, क्योंकि इस बार ये संभावना नजर आ रही है कि करीब 150 सीटों पर एक से दस हजार तक के अंतर से जीत हार होगी। संगठन के इस आंकड़े से साफ है कि इस बार रिस्क फैक्टर ज्यादा है, थोड़ा सा भी जोखिम पार्टी के खिलाफ परिणाम ला सकता है। कांग्रेस को लगता है कि पिछली बार भाजपा ने कम अंतर का फायदा उठाकर सरकार बना ली थी। इस बार सख्त कार्रवाई कर ये स्पष्ट करेगी कि अब कांग्रेस में अनुशासनहीनता की कोई जगह नहीं है। इसका फायदा पार्टी को आने वाले लोकसभा चुनाव मिलेगा। कांग्रेस बागियों को भी ब शने मूड़ में नहीं है। ऐसे नेता जिन्होंने समझाने के बाद भी पर्चा वापस नहीं लिया और बागी होकर चुनाव लड़ा है, यदि उन सीटों पर अधिकृत उम्मीदवार हार जाता है तो उसका खामियाजना भी उसको उठाना पड़ेगा। पार्टी दिल्ली हाईकमान से ये अनुमति लेने वाली है कि ऐसे लोगों को कभी पार्टी में शामिल न किया जाए।