इमरती बोलीं- दलबदल करने से हम हारे चुनाव.
पूर्व मंत्री और श्रीमंत की बेहद करीबी माने जाने वाली इमरती देवी को भले ही सरकार ने निगम मंडल की कमान दे दी है, लेकिन वे अब भी विधानसभा उपचुनाव में मिली हार से उबर नहीं पायी हैं। अगर वे भाजपा के टिकट पर जीत जातीं तो उनका मंत्री बनना तय था। चुनाव भी हारीं और मंत्री भी नहीं बन पायीं सो दुख होना लाजमी है। इसके बाद उन्हें निगम मंडल की कुर्सी पाने के लिए लंबा इंतजार अलग करना पड़ा। अब मंत्री पद का दर्जा मिलने के बाद उनका दर्द पदभार ग्रहण करते समय अपनों के बीच ऐसा छलका की उनके द्वारा हार पर सफाई देते हुए कहा गया कि मैं अब तक हारी नही थी, लेकिन जैसे ही दल बदला और भाजपा में आने के बाद हार गई। यह बात अलग है कि उन्हें पार्टी बदलने के बाद भरोसा था कि उनकी जीत में प्रशासन मदद करेगा। यही वजह रही की प्रचार के दौरान उनके द्वारा यहां तक कह दिया गया था कि जिस कलेक्टर को कहेंगे वह सीट जितवा देगा।
रामेश्वर को मिला लक्ष्मण का साथ
प्रसिद्व हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब द्वारा एक महिला के बाल संवारने के समय उसके बालों में थूकने की घिनौनी हरकत के मामले में जहां खुलकर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा आ गए हैं, तो वहीं उन्हें अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह का भी साथ मिल गया है। शर्मा का कहना है कि हिंदुओं को अपमानित करने और जो महिलाओं के बालों पर थूकते हैं, उन पर थूकने का समय आ गया है। उनका कहना है कि जो हमें अपमानित करते हैं उन पर थूकने में कोई बुराई नहीं है। उधर इस मामले में अपनी साफगोई के लिए प्रसिद्ध लक्ष्मण सिंह ने हबीब के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने और उनकी दुकान बंद कराने की मांग की है। यह मांग उनके द्वारा अपने ट्वीट के माध्यम से की गई है। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब ने एक कार्यक्रम के दौरान एक महिला के सिर पर थूक दिया था। सिर पर पानी लगाने के बजाय थूकने का वीडियो वायरल होने पर देशभर में बवाल मचा हुआ है।
एक पखवाड़े चलेगा अवैध निर्माणों की कंपाउंडिंग का अभियान
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह के निर्देश पर प्रदेश में अब नगरीय प्रशासन विभाग अवैध निर्माणों की कंपाउडिंग के लिए एक पखवाड़े तक अभियान चलाने जा रहा है। इसकी शुरूआत 15 जनवरी से होगी और 30 जनवरी तक यह चलता रहेगा। इसमें भवन, मकानों में अनुमति के अतिरिक्त 30 फीसदी तक निर्माण को वैध करने की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में उनका कहना है कि राज्य शासन ने अनुज्ञा से हटकर भवन बनाये जाने पर कंपाउंडिंग की सीमा को 10 बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा 28 फरवरी तक इस संबंध में आवेदन करने पर कंपाउंडिंग शुल्क में भी 20 फीसदी की छूट भी दी जा रही है। इस मामले में अभी इंदौर में 47 करोड़, भोपाल में छह करोड़, जबलपुर को दो करोड़, ग्वालियर को एक करोड़ 40 लाख और उज्जैन को एक करोड़ रुपए की आय हो चुकी है।
अब शिवराज ने मांगी खराब सड़कों की सूची
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों सरकारी निर्माण कामों की गुणवत्ता से खुश नही है। यही वजह है की पीडब्ल्यूडी की समीक्षा बैठक में उनके तेवर तीखे बने रहे। अब उनके द्वारा विभागीय अफसरों से प्रदेश की खराब सड़कों की सूची तलब की गई है। उनका कहना है कि सूची तत्काल भेंजे, जिससे की उन्हें ठीक कराया जा सके। दरअसल सरकार को इन दिनों खराब सड़कों की खूब शिकायतें मिल रही हैं। यही नहीं उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जहां पुलों के निर्माण में शिकायतें आ रही हैं, वहां के इंजीनियरों के विरुद्ध कार्रवाई कीजिए। उन्होंने इस दौरान कामों में देरी करने वाली एजेंसियों पर भी पैनाल्टी लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायकों से भी विमर्श करें, ताकि जो ज्यादा जरूरी है उस कार्य को प्राथमिकता से पूरा कर सकें, जो बड़ी परियोजना है उन्हें हम समय से पूरा करें। आपका क्या मैकेनिज्म है बताइए। अधिकारी, इंजीनियर फील्ड पर जाते हैं या नहीं, मुझे रिपोर्ट चाहिए। पैसा ज्यादा लग जाए, लेकिन कार्य गुणवत्तापूर्ण हो। उन्होंने कहा कि कार्य के आधार पर विभाग का ओवरऑल परफॉर्मेंस दिखना चाहिए