उटपटांग मंत्री!

सुर्खियों में बने रहने के लिए उल जलूल कार्य कर सरकार की छवि खराब कर रहे तोमर
– कभी नाली, कभी बिजली के खंभे पर कलाबाजी दिखाने वाले मंत्रीजी ने अब खाया थप्पड़


भोपाल/ मंगल भारत मनीष द्वेवेदी।
मप्र के मुख्यमंत्रीशिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार आत्मनिर्भर मप्र अभियान का सफल बनाने में जुटी हुई है, लेकिन प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसे उल जलूल कार्य कर रहे है जिससे सरकार की छवि खराब हो रही है। यही नहीं अब तो आम जनता उन्हें उटपटांग मंत्री कहने लगी है।
कभी नाली सफाई, कभी बिजली के खंभे पर कलाबाजी, कभी रात में भैंस चराने वाले मंत्री इस बार एक महिला को मनाने के लिए अपने गालों पर चांटा मरवाते नजर आ रहे हैं। दरअसल, ग्वालियर के इंटक मैदान में मंडी भ्रमण के दौरान तोमर ने एक वृद्ध सब्जी विक्रेता महिला से पूछा कि माताजी मंडी शिफ्ट करने का कार्य कोई गलत हुआ है क्या? आप मेरी मां समान हैं, अगर गलती हुई है तो आप मुझे बताएं। मंत्री ने कहा कि आप मुझे थप्पड़ मारों और उसके हाथों को अपने हाथों से पकड़कर अपने दोनों गालों पर एक-एक चांटा भी लगवा लिया। महिला फिर भी शांत नहीं हुई तो ऊर्जा मंत्री ने अपना सिर महिला के पैरों तक में रख दिया।
सुर्खियां बटोरने कुछ भी करने को तैयार
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर जबसे मंत्री (कमलनाथ शासन से लेकर अब तक) बने हैं, वे सुर्खियां बटोरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। जनता के हित के नाम पर चप्पल त्यागकर नंगे पैर घूमने वाले मंत्रीजी अब तो ऐसे-ऐसे कारनामे कर रहे हैं, जिससे जनता भी अचंभित हो रही है। कभी ट्रांसफार्मर सफाई के लिए पोल पर चढ़ जाते हैं, तो कभी गांव में बिजली बहाली के लिए खटिया पर सो जाते हैं। मंत्रीजी की कार्यप्रणाली को अब लोग दिखावा मानने लगे हैं। दरअसल, मंत्री का एक संवैधानिक ओहदा होता है। मंत्री को प्रोटोकॉल के अनुसार रहना पड़ता है। अगर कहीं खामियां नजर आती हैं, तो मंत्री अधिकारियों को उसका समाधान करने के लिए निर्देश-आदेश देते हैं। लेकिन प्रद्युम्न सिंह तोमर तो खुद काम में जुट जाते हैं। ऐसे में लोग व्यंग्य करने लगे हैं कि बे ‘काम’ हैं का मंत्रीजी?
पैर पर गिरने की महारत हासिल
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ऐसे कई काम कर चुके हैं, जो खासे चर्चा में रहे हैं। कभी मजदूरों को माला पहनाकर उनके पैरों में अपना सिर रखकर ढोक लगाते हैं, तो कभी सड़क पर झाडूÞ लगाने, शौचालय साफ करने, नाला साफ करने या किसी के पैर छूते देखे जाते हैं। कहा जाता है कि पैर पर गिरने की तो उन्हें महारत हासिल है। अभी तक वे दर्जनभर बार लोगों के पैर छू चुके हैं या सिर रख चुके हैं।
सफाई का भूत सवार
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को सफाई का ऐसा भूत चढ़ा है कि वे जहां जाते हैं वहीं सफाई करने में जुट जाते हैं। इसके लिए न जगह देखते हैं न समय। कभी शौचालय, कभी नाली, कभी बाथरूम तो कभी सीवर सफाई करते उनके वीडियो वायरल होते रहते हैं। इससे पहले भी ऊर्जा मंत्री ने कई अनोखे काम किए हैं। वे श्मशान घाट में श्रमदान कर चुके हैं और जमीन पर बैठकर लोगों की शिकायत सुनते भी देखे गए हैं। कभी खुद बिना हेलमेट के गाड़ी चलाकर बाद में चालान कटवाते हैं। सूत्रों का कहना है कि मंत्री जी की उटपटांग हरकतों से सत्ता-संगठन भी आजिज आ चुके हैं, लेकिन मंत्रीजी उल जलूल कार्य करते ही जा रहे हैं।
बिजली संकट के दौरान सड़क पर घुमा रहे थे भैंस
गत वर्ष अक्टूबर में जब कोयले की कमी के कारण बिजली संकट पैर पसार रहा था तब ऊर्जा मंत्री का भैंस को घुमाने का यह वीडियो सामने आया था। वीडियो में मंत्री ने भैंस की रस्सी अपने हाथ में थामी थी और वे सड़क पर भैंस लिए चले जा रहे थे। सड़क पर अंधेरा पसरा था। इतना ही नहीं पुलिस वाले भी उनके पीछे-पीछे चल रहे थे और मंत्री के लिए ट्रैफिक को हटाते जा रहे थे। भैंस घुमाते हुए मंत्री लोगों से मजाक भी करते जा रहे थे। एक बार ग्वालियर के हरिहर नगर में अंधेरा देखकर मंत्री जी रुक गए। ग्रामीणों ने मंत्रीजी को स्थिति से अवगत कराया तो मंत्रीजी ने वहां खाट बिछाकर डेरा डाल दिया। जब कॉलोनी के घर रोशन हो गए तब मंत्रीजी रवाना हुए। इससे पहले विधानसभा क्षेत्र में जनता की समास्याओं का जायजा लेने ग्वालियर के मोती झील इलाके में पहुंचे तो उनकी नजर ट्रांसफार्मर और खंभे पर चढ़ी बेल पर गई। ट्रांसफार्मर पर ऊपर तक घास होने की वजह से बिजली में लगातार गड़बड़ी आ रही थी। मंत्रीजी लोगों की इस समस्या का निवारण करने के लिए खुद सीढ़ी लगाकर खंभे पर चढ़ गए। इसके बाद उन्होंने ट्रांसफार्मर और तारों से बेल, घास-फूस को हटाया।