पूर्व आईपीएस अफसर को अब पड़ रही मनमानी भारी

पूर्व आईपीएस अफसर को अब पड़ रही मनमानी भारी.


प्रदेश के एक पूर्व आईपीएस अफसर पर इन दिनों मुसीबत के बादल मंडरा रहे हैंं। इसकी वजह है उनके द्वारा सेवा में रहते सरकारी कामों में की गई मनमानी। वैसे तो वे एक समय पुलिस महकमे में स्पेशल डीजी के पद पर रह चुके हैं। यह अफसर हैं महान भारत सागर। अब उनके खिलाफ लोकायुक्त पुलिस द्वारा कभी भी दो मामलों में प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो उनका बुढ़ापा बिगड़ना तय है। दरअसल मनमानी के हालात यह रहे कि उनके द्वारा बगैर सरकार से मंजूरी लिए ही न केवल भर्ती कर ली गई, बल्कि अपने स्तर पर होमगार्ड सैनिकों की टोपी का रंग तो बदला ही साथ ही नई करीब 20 लाख टोपियों की खरीदी भी कर डाली गर्इंथीं। यही नहीं अब सरकार ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना लिया है यही वजह है कि अब राज्य सरकार ने भी केंद्र को पत्र लिखकर उनके खिलाफ आरोप पत्र जारी करने की अनुमति मांगी है। अगर केन्द्र सरकार से अनुमति मिल जाती है तो फिर महान भारत की पेंशन पर भी संकट आ सकता है।

जनता ने जब कांग्रेसी विधायक को लौटाया उलटे पाँव
विधायक बनने के बाद माननीय अपनी सरकारी सुविधाओं का  तो पूरा ध्यान रखते हैं, लेकिन जब बात जनता की सुविधाओं की होती है तो उसे भूल जाते हैं। ऐसे विधायकों को अब जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इसी विरोध का शिकार अब कांग्रेस के बड़वानी जिले के सेंधवा विधानसभा के कांग्रेस विधायक ग्यारसी लाल को होना पड़ा है। दरअसल वे पार्टी के घर चलो, घर-घर चलो अभियान के तहत एक गांव में पहुंचे तो पहले तो ग्रामीणों ने उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई और फिर उन्हें गांव में तक घुसने की अनुमति नहीं दी। बेचारे क्या करते उल्टे पैर लौटने को मजबूर हो गए। यही नहीं ग्रामीणों ने उन्हें यहां तक चेतावनी दे डाली की अब वे तो ठीक किसी भी कांग्रेसी नेता को अपने गांव में नहीं घुसने देंगे। दरअसल ग्रामीण विधायक की कार्यशैली से बेहद नाराज बने हुए हैं।

एक ही विभाग में तीन प्रमुख सचिव
प्रदेश का नगरीय विकास विभाग ऐसा विभाग हो गया है, जहां पर एक साथ तीन प्रमुख सचिव स्तर के अफसर पदस्थ हैं। इन तीनों ही अफसरों में से दो अफसरों को हाल ही में प्रमुख सचिव के पद पर पदोन्नत किया गया है। इसकी वजह से माना जा रहा है कि विभाग से दो अफसरों को जल्द ही कहीं और पदस्थ किया जाएगा। यह अफसर हैं निकुंज श्रीवास्तव और मुकेश चंद गुप्ता, जबकि विभाग में बतौर प्रमुख सचिव मनीष सिंह पहले से ही पदस्थ हैं। इसकी वजह से इन दोनों अफसरों की पदस्थापना अन्यत्र होना तय है, इसके चलते विभाग में सचिव स्तर के भी दो नए अफसरों की भी तैनाती करनी होगी। इसकी वजह से विभाग में प्रमुख सचिव को छोड़कर लगभग सभी आला अफसरों की नए सिरे से पदस्थापना होने से बड़े बदलाव जल्द ही देखने को मिल सकते हैं।

भाजपा विधायक त्रिपाठी ने खड़ी की नई मुश्किल
भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी इन दिनों अपनी ही सरकार के लिए मुसीबत बने हुए हैं। उनके द्वारा लगातार ऐसे मामलों को उठाया जा रहा है जिससे की सरकार के सामने मुश्किल बनी रहे। अब उनके द्वारा विंध्य इलाके के सबसे बड़े नेता और प्रदेश की राजनीति में अहम नाम रह चुके अर्जुन सिंह की भोपाल में लगी मूर्ति के अनावरण की मांग की गई है। इस मामले में उनके द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है। यह पत्र उनके द्वारा सार्वजनिक भी किया गया है। इस पत्र में उनके द्वारा लिखा गया है कि अर्जुन सिंह भले ही प्रधानमंत्री नहीं बने हों, लेकिन प्रधानमंत्री के बाद दूसरा नाम अर्जुन सिंह का आता रहा है। उन्हें त्रिपाठी ने विंध्य अंचल के जन-जन का नेता बताते हुए लिखा है कि उनकी मूर्ति को लंबे समय से अनावरण का इंतजार बना हुआ है। इसकी वजह से उनके सहित विंध्य अंचल के लोग आहत हैं। उनका कहना है कि यह हम सभी को न केवल अपमानित करता  है बल्कि उपेक्षित भी महसूस कराता है। इसलिए जल्द ही आप अपने करकमलों से इसका अनावरण करना तय करें, जिससे विंध्यजन गौरवान्वित महसूस कर सकें।