एमपी टीईटी मामला: भाजपा व कांग्रेस आमने -सामने

  • हो सकती है मिश्रा व राय की गिरफ्तारी

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। व्यापमं का नाम

भले ही बदल गया हो, लेकिन वह प्रदेश की भाजपा सरकार के लिए अब भी मुसीबत बना हुआ है। सरकार द्वारा उठाए गए तमाम कदमों के बाद भी व्यापमं की वजह से सरकार पर आने वाली मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब ताजा मामला मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती पात्रता परीक्षा (एमपी- टीईटी) वर्ग-3 का है। इस परीक्षा का कथित पेपर लीक होने के मामले ने  तूल पकड़ लिया है। इस मामले में अब भाजपा व कांग्रेस पूरी तरह से आमने -सामने आ गए हैं। इसकी वजह से  प्रदेश में सियासत भी गर्मा गई है।
दोनों दलों के नेता  एक दूसरे पर जमकर हमलावर बने हुए हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री के उप सचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम पर आरोप लगने के बाद उनके द्वारा अजाक थाने में कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा और एक्टिविस्ट आनंद राय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसे अब जांच के लिए क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। उधर,  पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी के मोबाइल फोन पर परीक्षा का प्रश्न पत्र पाया गया है, यह अत्यंत गंभीर चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री शिवराज को दागी कर्मचारी का संरक्षण करने की बजाय तत्काल मामले की जांच करानी चाहिए, ताकि  परीक्षार्थियों का भविष्य सुरक्षित हो और मप्र में दूसरा व्यापमं घोटाला होने की आशंका समाप्त हो। उन्होंने कहा कि आरोपी अधिकारी पर कार्रवाई करने की जगह घोटाले को उजागर करने वाले कांग्रेस नेता और व्हिसिल ब्लोअर पर एफआईआर कराई जा रही है। यह सरासर कानून का उल्लंघन है और प्रदेश में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की नीति का परिचायक है। मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि मप्र प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-3 यदि ऑनलाइन थी, मोबाइल फोन पूरी तरह वर्जित थे, तो 35 पेज का  प्रश्नपत्र, आंसरशीट मोबाइल के स्क्रीनशॉट में लीक कैसे हुई? पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसे व्यापमं- 3 को छुपाने की तैयारी बताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में तंज कसते हुए लिखा- व्यापमं-3 को छुपाने की तैयारी। जांच कराने की बजाय शिकायत करने वाले पर मामला दर्ज! वाह मामू वाह।
क्राइम ब्रांच ने मागे साक्ष्य
क्राइम ब्रांच ने नोटिस जारी कर दोनों आरोपियों से सोशल मीडिया पर वायरल किए गए पीईबी के पेपर लीक के मामले में साक्ष्य मांगे हैं कि आखिर आधार पर उन्होंने लक्ष्मण सिंह मरकाम पर यह आरोप लगाया था। क्राइम ब्रांच एसीपी शिवपाल सिंह कुशवाह के मुताबिक यदि दोनों आरोपी सही आधार नहीं बता पाते हैं तो उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। मिश्रा व राय पर एट्रोसिटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस के मुताबिक, चार इमली निवासी लक्ष्मण सिंह मरकाम इंडियन नेवल आर्मामेंट सर्विस के शासकीय कर्मचारी हैं। वर्तमान में वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यालय में उप सचिव के पद पर पदस्थ हैं। उन्होंने अजाक पुलिस को बताया था कि आनंद राय द्वारा पिछले कुछ महीने से उनकी सामाजिक छवि को धूमिल करने के मकसद से फेसबुक और सोशल मीडिया पर गलत एवं भ्रामक जानकारी पोस्ट की जा रही है। आनंद राय ने फेसबुक पर एक स्क्रीन शॉट अपलोड किया गया। जिसमें यह परिलक्षित होता है कि लक्ष्मण सिंह नाम के व्यक्ति से मोबाइल पर कुछ फोटो प्राप्त हुई। उक्त फोटो के साथ आनंद ने लिखा है कि वर्ग 3 का पेपर, लक्ष्मण मरकाम के मोबाइल तक कैसे पहुंचा। इसकी जांच होनी चाहिए। व्यापमं के कई अभ्यर्थियों के वाट्सएप ग्रुप पर यह फोटो उपलब्ध कराया गया। इस घोटाले की सीबीआई जांच होना चाहिए। मरकाम ने बताया कि जबकि उनके द्वारा अपने फोन से किसी प्रकार का टेक्स्ट मेसेज, फोटो या स्क्रीन शॉट मप्र प्राथमिक शिक्षा पात्रता वर्ग-3 की परीक्षा के संबंध में किसी भी व्यक्ति को नहीं भेजा गया है। आनंद राय द्वारा मेरे नाम का दुरुपयोग कर यह कूटरचित स्क्रीन शॉट तैयार किया गया है। साथ ही केके मिश्रा द्वारा भी फेसबुक पर समानांतर कूटरचित स्क्रीन शॉट का पोस्ट डाला गया है एवं प्रश्न पत्रों को लीक करने का मेरे ऊपर गंभीर आरोप लगाया है। इस पर अजाक पुलिस ने आनंद राय और केके मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की 419, 469, 470, 500, 504, 120बी धादवि 3 (1) क्यूआर 3 (2) 5 क एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
कांग्रेस हमेशा कीचड़ उछालती है
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि कूट रचित स्क्रीनशॉट दिखाकर सीधे मुख्यमंत्री के ओएसडी पर कीचड़ उछालने का जो षड्यंत्र किया गया है, उसे लेकर एफआईआर हुई है। इस मामले में कानूनी कार्रवाई के तहत आगे बढ़ा जाएगा। आवेदन आता है, तो जांच कराई जाएगी। पहले भी जांच हमारी सरकार ने ही की है। कांग्रेस ने हमेशा से ही कीचड़ उछाला है। एक भी बात कभी सच साबित नहीं हो पाई है।
सरकार दोषियों पर कार्रवाई करे: यादव
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा कि मप्र में उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। मप्र प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-3 का पेपर लीक होता  है और एफआईआर केके मिश्रा और आनंद राय के खिलाफ दर्ज होती है। मुझे सरकार से उम्मीद थी कि जिन्होंने गड़बड़ी कर लाखों युवाओं का भविष्य चौपट किया है, उन पर एफआईआर होगी, मगर भ्रष्टाचारियों को तो सरकार का संरक्षण है, इसलिए सरकार व्यापमं घोटाले के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर एफआईआर करवा रही है।  सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे न कि आवाज उठाने वालों के खिलाफ।