आरटीओ दफ्तर में शिफ्ट होगा भाजपा का दफ्तर

मिशन 2023 के लिए तैयार हो रहा भाजपा का नया वॉर रूम.

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। भाजपा का प्रदेश कार्यालय आरटीओ दफ्तर में शिफ्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही वर्ष 2003 में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार को उखाड़ फेंकने में अहम भूमिका निभाने वाले भाजपा के वार रूम जावली की तरह अब मिशन 2023 के लिए नया वॉर रूम बनाया जा रहा है। जहां से विधानसभा चुनाव की सारी रणनीति बनेगी। सूत्रों का कहना है कि स्थानीय रणनीतिकारों के साथ ही इस वॉर रूम में केंद्रीय संगठन की एक टीम भी तैनात की जाएगी। रणनीतिकार आगामी विधानसभा चुनाव में 200 पार के टारगेट को आधार बनाकर रणनीति बनाएंगे। यहां से बूथ से लेकर विधानसभा स्तर तक कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की मॉनीटरिंग की जाएगा। यह वॉर रूम केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन के भोपाल स्थित सरकारी बंगले में बनाया जा रहा है। इसके साथ ही इसका उपयोग संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के आवास के बतौर भी होगा।
अब मुरुगन का बंगला बनेगा वॉर रूम
चुनावी रणनीति और बैक ऑफिस की गतिविधियों के लिए अब केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन को 74 बंगले में आवंटित आवास में व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं। इसके साथ ही इसका उपयोग संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के आवास के बतौर भी होगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह बंगला फिलहाल संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के आवास के लिए उपयोग किया जाएगा। प्रदेश संगठन महामंत्री का आवास अभी भाजपा मुख्यालय भवन के पिछले हिस्से में है वह भी टूटने वाला है।
इसके अलावा नवनियुक्त क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल भी इसी में ठहरेंगे। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में मौजूद भाजपा के हैडक्वार्टर भवन की तर्ज पर प्रदेश में भाजपा के लिए कार्यालय भवन डिजाइन किया जा रहा है। यह भविष्य की जरूरतों के मुताबिक होगा। गौरतलब है कि पार्टी का प्रदेश मुख्यालय भवन पं. दीनदयाल उपाध्याय परिसर के स्थान पर बहुमंजिला हाईटेक भवन का निर्माण होना है। नए भवन बनने तक कार्यालय का कामकाज वैकल्पिक रूप से मानसरोवर स्थित पुराने आरटीओ दफ्तर से संचालित होगा । भाजपा मुख्यालय के स्थान पर बहुमंजिला भवन निर्माण का प्रस्ताव है जल्दी ही पुराने भवन को जमींदोज करने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
इसलिए सत्ता-संगठन के नेताओं ने चुनावी तैयारियों के लिए अभी से व्यवस्थाएं जमानी शुरू कर दी हैं। कार्यालय के लिए अस्थायी व्यवस्था मौजूदा पार्टी मुख्यालय के सामने स्थित पुराने आरटीओ दफ्तर में की जा रही है। इस भवन में जिलों से आने वाले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठकों की व्यवस्था रहेगी।
केंद्रीय टीम संभालेगी आम चुनाव
पार्टी सूत्रों का कहना है कि 74 बंगले में जिस वार रूम को तैयार कराया जा रहा है, उसे केंद्रीय नेतृत्व की खास लोगों की टीम संभालेगी, जो मिशन 2023 के साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां देखेगी। बताया जा रहा है कि मप्र विधानसभा के चुनाव के साथ ही यहीं से भाजपा लोकसभा चुनाव की देशभर में चल रही तैयारियों पर भी नजर रखेगी। पार्टी के रणनीतिकार यहां बैठक रिपोर्ट तैयार करेंगे और केंद्रीय नेतृत्व को भेजेंगे।
मिस्टर बंटाधार का खिताब दिया था जावली ने
2003 में हुए विधानसभा चुनाव में जावली की टीम ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने उस समय आक्रामक चुनाव प्रचार की शैली विकसित की थी। उसी टीम ने तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मिस्टर बंटाधार के नाम से अलंकृत किया था। वर्ष 2003 में भाजपा ने तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष डॉ. गौरीशंकर शेजवार के बंगले में जावली का निर्माण किया था। तब स्व. अनिल दवे जावली के प्रभारी हुआ करते थे। उनके साथ विजेश लूणावत, शैलेंद्र शर्मा, भारत भूषण, अतुल जैन और अजय मेहता भी चुनावी व्यूह रचना तैयार करने का काम किया करते थे।
भाजपा को सत्ता में लाने में जावली की महत्वपूर्ण भूमिका
मप्र में भाजपा को सत्ता में लाने में जावली की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। स्व. अनिल माधव दवे ने ही 2003 में भाजपा के रणनीति कैंप जावली को शुरू करवाया था। केंद्रीय मंत्री रहते हुए दवे का निधन 2016 में हो गया था। जावली नाम के पीछे की कहानी भी रोचक है। जावली महाराष्ट्र की एक छोटी-सी रियासत थी। इस जावली के किले में मुगल शासकों ने शिवाजी को मारने की योजना बनाई थी। 10 नवंबर 1659 को अफजल खां ने इसी जावली में शिवाजी को एकांत में मिलने बुलवाया था। जहां धोखे से वह शिवाजी की हत्या करना चाहता था, लेकिन शिवाजी ने उसे मार गिराया।