संबल का सहारा लेने रोजाना जोड़े जा रहे आठ से दस हजार नाम

मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल-2 योजना का लाभ लेने बढ़ा उत्साह.

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। प्रदेश में मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना जरूरतमंदों के लिए सबसे बड़ा संबल बनी हुई है। लोगों की जरूरतों को देखते हुए सरकार ने मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल-2 योजना शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद प्रदेश में सीएम जन कल्याण संबल-2 योजना में नए हितग्राहियों के नाम जोड़ऩे का मौका दिया गया है। इसके तहत अब तक करीब चार लाख लोगों ने दावेदारी की है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार पोर्टल प्रारंभ करने के बाद से औसतन हर दिन आठ से दस हजार लोग अपना नाम जोड़ने आगे आ रहे हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना में लोगों को कई तरह के लाभ मिलते हैं। इनमें बच्चों के लिए शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन, दुर्घटनाग्रस्त लोगों को स्वास्थ्य बीमा, तय सीमा तक बिजली बिल की माफी, बेहतर कृषि के उपकरण प्रदान करना, अंत्येष्टि सहायता प्रदान करना और नि:शुल्क स्वास्थ्य देखभाल का लाभ मिलता है। इसलिए इस योजना का लाभ लेने के लिए बड़ी संख्या में हितग्राही जुड़ रहे हैं।
कांग्रेस ने बंद कर दी थी योजना
कांग्रेस सरकार में करीब 75 लाख हितग्राहियों के नाम अपात्र श्रेणी में होने से हटा दिए गए थे। मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना है। इसके तहत कर्मकार श्रमिकों सहित अन्य जरूरतमंदों को सरकारी मदद दी जाती है। विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेशभर में संबल में नाम जोड़ने का अभियान चला था। इसमें करीब 2 करोड़ लोग शामिल हुए थे। पोर्टल और योजना से बाहर किए गए हितग्राही लगातार अपना नाम जोड़ने की डिमांड कर रहे थे। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया किया नया पोर्टल प्रारंभ किया जाएगा और निकाय तथा पंचायत स्तर पर पात्रों के नाम जोड़े जाएंगे। इसी क्रम में कार्रवाई जारी है। विभागीय जानकारी के अनुसार पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव के लिए आचार संहिता लगने के पहले करीब 65 हजार लोगों ने अपने आवेदन दिए थे। आचार संहिता समाप्त होते ही पोर्टल में फिर नाम जोड़ने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई है। 11 अगस्त तक 3,78,603 लोगों ने अपनी अर्जियां लगा दी हैं। इस बार तेंदूपत्ता संग्राहकों को भी संबल-2 योजना में जोड़ा जा रहा है। संबल योजना में कई जिलों से ट्रांसजेंडर भी अपना नाम जुड़वाने आगे आए हैं। पोर्टल के अनुसार बड़वानी, खरगोन, देवास, नर्मदापुरम, पन्ना, रायसेन, रीवा, सतना, श्योपुर और उज्जैन जिले में एक-एक ट्रांसजेंडर ने आवेदन दिया है। सागर जिले में दो ट्रांसजेंडर ने आवेदन दिए हैं। पोर्टल में दिए गए आवेदनों का सत्यापन करने के बाद नाम जोड़ने की कार्रवाई की जा रही है।