कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने जिला प्रभारियों को दिया फ्री हैंड

जिलों में संगठन सबंधी सभी निर्णय करेंगे जिला प्रभारी

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। मप्र कांग्रेस ने मिशन 2023 की तैयारियां तेज कर दी है। इसके लिए नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने भी मोर्चा संभाल लिया है। प्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए अग्रवाल ने सभी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी देनी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में उन्होंने जिला प्रभारियों को फ्री हैंड देते हुए कहा है कि जिला प्रभारी जिले के कमलनाथ हैं, जिलों में संगठन सबंधी सभी निर्णय आपको करना है। जैसे मुझे पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रदेश का प्रतिनिधि बनाकर भेजा है, वैसे ही पीसीसी चीफ कमलनाथ ने आपको जिलों का प्रतिनिधि बनाकर भेजा है। आप वही करें, जो पार्टी के हित में हो।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि प्रदेश प्रभारी से मिले फ्री हैंड के बाद जिला प्रभारियों में उत्साह है। गौरतलब है कि गत दिन प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जिला प्रभारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि विधानसभा चुनाव में सिर्फ 13 महीने बचे हैं। इस अवधि में चुनाव की तमाम तैयारियों सहित हमें संगठन को मजबूत करना है। जिला प्रभारियों के सामने यह बहुत बड़ी चुनौती है। आप वही करें, जो पार्टी के हित में हो। उन्होंने कहा कि हमारे पर समय कम है और काम ज्यादा। जिला प्रभारी अपने-अपने प्रभार के जिलों का दौरा शुरू करें। वे जिले के सभी पदाधिकारियों, फ्रंटल ऑग्रेनाइजेशन के पदाधिकारियों के साथ बैठकें कर संगठन के मजबूत कर कामकाज में तेजी लाएं और चुनाव की रणनीति पर काम करें।
कांग्रेस जिला अध्यक्षों की नियुक्ति जल्द
पिछले पांच महीने से मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठन चुनाव की प्रक्रिया जारी है। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्षों का चुनाव हो चुका है। साथ ही प्रदेश प्रतिनिधि भी चुने जा चुके हैं, लेकिन जिला कांग्रेस अध्यक्ष के नामों की घोषणा अब तक नहीं की जा सकी है। इससे दावेदारों की बेचैनी बढ़ गई है। मजेदार बात यह है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए 24 सितंबर से नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की बूथ से लेकर प्रदेश कार्यकारिणी तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो गई है। सर्वम्मति से सभी ब्लॉक और जिलाध्यक्षों का चयन कर लिया गया है। ब्लॉक रिटर्निंग ऑफिसर ब्लॉक कार्यकारिणी और डिस्ट्रिक रिटर्निंग ऑफिसर जिला कार्यकारिणी का चुनाव संपन्न कराकर रिपोर्ट संगठन चुनाव के प्रोविंशियल रिटर्निंग ऑफिसर (पीआरओ) आरसी खूंटिया को सौंप चुके हैं। जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा खुंटिया को करना थी, लेकिन एक दिन पूर्व कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधियों की बैठक में प्रस्ताव पारित कर संगठन चुनाव संबंधी सभी अधिकार पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को दे दिए गए हैं, इसलिए जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी करेगी।
जिला प्रभारियों ने बताई स्थिति
बैठक में जिला प्रभारियों ने जिलों की स्थिति बताई। अधिकतर जिला प्रभारियों का कहना था कि जिलों में संगठन की हालत चिंताजनक है। मंडलम, सेक्टर, पोलिंग बूथ के गठन का काम पूरी ईमानदारी से करना होगा। उन्होंने जिलों में पार्टी नेताओं द्वारा काम में सहयोग नहीं किए जाने की बात भी कही। कुछ जिला प्रभारियों ने जिलों के कार्यकारी अध्यक्षों के कारण संगठन को नुकसान पहुंचने की बात कही। ग्वालियर के जिला प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि हम जिलों में संगठन संबंधी कोई निर्णय करते हैं, तो उस पर अमल की क्या गारंटी है। हम वहां कोई आश्वासन देकर आएं, तो उस पर क्रियान्वयन होना चाहिए, तभी हमारे होने का कोई मतलब हैं। बैतूल की जिला प्रभारी सविता दीवान ने कहा कि पार्टी में महिलाओं की भागीदारी में कमी आ रही है, जिससे संगठन बहुत ज्यादा कमजोर हो रहा है। पार्टी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की जरूर है। उन्होंने कहा कि बैठक में वे अकेली महिला बैठक में प्रदेश सह प्रभारी सुधांशु त्रिपाठी, सीपी मित्तल व कुलदीप इंदौरा भी मौजूद थे। बैठक से पूर्व अग्रवाल ने पार्टी कार्यालय में विभागों, प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्षों के साथ मुलाकात कर संगठन के कामकाज और चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की।
भोपाल जिलाध्यक्ष के कई दावेदार
भोपाल शहर कांग्रेस का नया जिलाध्यक्ष कौन होगा, इसको लेकर अटकलों का दौर जारी है। शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष के प्रमुख दावेदारों में पार्षद योगेंद्र सिंह चौहान, पूर्व पार्षद अमित शर्मा व पूर्व पार्षद मोनू सक्सेना शामिल हैं। ये सभी अपने स्तर पर जिलाध्यक्ष बनने के लिए जोड़तोड़ करने में जुटे हैं। वर्तमान शहर कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा दोबारा अध्यक्ष बनने के लिए प्रयास कर रहे हैं। मिश्रा पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के समर्थक हैं। अमित शर्मा भी सुरेश पचौरी के समर्थक हैं। शर्मा हाल में पार्षद का चुनाव हार चुके हैं। पूर्व मंत्री व विधायक पीसी शर्मा पार्षद योगेंद्र सिंह चौहान का समर्थन कर रहे हैं। चौहान पार्टी के पुराने कार्यकर्ता और दो बार के पार्षद हैं। वे पार्टी की गतिविधियों में काफी सक्रिय रहते हैं। पूर्व पार्षद मोनू सक्सेना को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का समर्थक माना जाता है। वे छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हैं और एक बार के पार्षद हैं। सक्सेना अपने स्तर पर जिलाध्यक्ष बनने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। नए जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा कब तक होगी, इस बारे में पार्टी नेता कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं। उधर, भोपाल कांग्रेस ग्रामीण जिलाध्यक्ष के लिए भी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनमोहन नागर और पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष अनोखी पटेल ग्रामीण जिला अध्यक्ष के लिए प्रमुख दावेदार हैं। वे अपने स्तर पर अध्यक्ष बनने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। वर्तमान ग्रामीण जिलाध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव भी दूसरी बार जिलाध्यक्ष बनने के लिए प्रयासरत हैं।