दूध का जला मट्ठा भी फूंककर पीता है, इस कहावत को.
चरितार्थ करते हुए भाजपा ने रणनीति बनाई है की प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी करने से पहले डैमेज कंट्रोल किया जाएगा। भाजपा सूत्रों का कहना है कि इसके लिए जन आर्शीवाद यात्रा के समापन के बाद पार्टी के दिग्गज नेता विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करेंगे और असंतुष्ट नेताओं को मनाएंगे। गौरतलब है कि भाजपा में इस बार बड़े स्तर पर असंतोष देखा जा रहा है। पार्टी के लिए अपनों का असंतोष भारी न पड़ जाए यह सबसे बड़ी चिंता है।
ज्ञातव्य है कि देश में मप्र भाजपा का संगठन और कार्यकर्ता सबसे अधिक संगठित माने जाते हैं। लेकिन उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद कुछ स्थानों पर उपजे असंतोष के स्वरों और भितरघात की खदबदाहट को भाजपा ने गंभीरता से लिया है। पार्टी ने तय किया है कि जन आर्शीवाद यात्राओं के तत्काल बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता जिलों में जाएंगे और समन्वय बैठकें लेंगे। इन बैठकों में टिकट वितरण के बाद उपजने वाले संभावित असंतोष को खत्म किया जाएगा। इसके लिए संगठन से जुड़े करीब एक दर्जन आला नेताओं के नाम भी तय कर लिए गए हैं। गौरतलब है कि भाजपा में इस बार टिकटों को लेकर एक अनार सौ बीमार की स्थिति है। 18 साल से सत्ता में रहने वाली पार्टी में नेताओं की एक नई पीढ़ी तैयार हो गई है। जो टिकट की दावेदारी कर रही है। यह पीढ़ी अब चार से पांच बार विधायक रह चुके नेताओं की जगह नए लोगों को टिकट चाह रही है।
दिग्गज सक्रिय होंगे मोर्चे पर
गौरतलब है कि भाजपा ने अपनी पहली सूची में 39 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था, इसके बाद से चाचौड़ा समेत कुछ स्थानों पर स्थानीय नेताओं में विरोध के स्वर उभरे हैं। इसके बाद से संगठन सक्रिय हो गया है। संगठन ने तय किया है कि इस बार जहां से ज्यादा असंतोष की खबरें आएंगी, वहां संगठन के वरिष्ठ नेताओं को भेजा जाएगा। ये नेता सभी से बात कर पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी के पक्ष में काम करने के लिए कार्यकर्ताओं को एकजुट करेंगे।
मालवा में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को साठ से अधिक सीटों का जिम्मा दिया है। विजयवर्गीय यहां प्रचार के साथ समन्वय का काम भी देखेंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी जिलों में जाकर नेताओं से बात करेंगे। जहां ज्यादा समस्या होगी, वहां के नेताओं को भोपाल बुलाया जाएगा और संगठन नेताओं के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर नाराज लोगों से बात करेंगे। संगठन के एक नेता की मानें तो यह काम दूसरी सूची जारी होते ही शुरू हो जाएगा।
रूठों को मनाने में जुटे नेता
गौरतलब है कि भाजपा में हर काम मिशन मोड में होता है। इसलिए पार्टी में असंतोष सामने आते ही नेता रूठों को मनाने में जुट गए हैं। विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही एक तरफ सत्ताधारी भाजपा से नेताओं के लगातार छोडक़र जाने का सिलसिला चल रहा है, दूसरी तरफ संगठन के पदाधिकारी रूठों को मनाने प्रदेशभर में कमरा बंद बैठकें कर रहे हैं। इनमें वे नेता शामिल हैं, जो कभी संभागीय संगठन मंत्री रहे हैं या जिन्होंने किसान संघ, मजदूर संघ और एबीवीपी में पूर्णकालिक के रूप में काम किया है। वे लगातार नाराज कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं। फिर इन नेताओं से मिल रहे फीडबैक के आधार पर संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा वहां पहुंचकर बैठकें कर रहे हैं। कुछ जगहों पर उनके साथ प्रदेश प्रभारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव भी जा रहे हैं। 15 सितंबर को दोनों नेताओं ने सागर संभाग के नेताओं की बैठक ली थी। बैठक का एजेंडा तो जन आशीर्वाद यात्रा की तैयारी था, लेकिन बात चुनाव में संगठन को एक रखने के एजेंडा पर ही हुई। 18 सितंबर को यात्रा सागर संभाग में पहुंची। अब इस यात्रा के फीडबैक के आधार पर वे फिर सागर संभाग जाएंगे। संगठन महामंत्री हितानंद 2 और 3 सितंबर को चित्रकूट में थे। 4 को नीमच पहुंच गए। 5 सितंबर को मंडला तो 6 सितंबर को इंदौर में थे। 7 और 8 तारीख को भोपाल में रुक कर वे अगले दिन राऊ और उसके बाद पेटलावद चले गए। 14 सितंबर को उन्होंने ग्वालियर चंबल संभाग की बैठक की। संगठन का एक समूह भाजपा जनों के सोशल मीडिया यानी फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी नजर रखे हुए हैं। जो बड़े नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, उनकी पोस्ट को कितने लोग लाइक कर रहे हैं, कितने उनके साथ खुलकर जाते दिखाई दे रहे हैं। खास तौर से ग्वालियर संभाग में कुछ नेताओं की फेसबुक पोस्ट में बगावती तेवर नजर आने पर पूर्व संभागीय संगठन मंत्री वेद प्रकाश ने इनको समझाया बुझाया। इंदौर संभाग में विद्यार्थी परिषद के पूर्व विभाग संगठन मंत्री शैलेंद्र कुशवाह भी मालवा-निमाड़ में यही काम कर रहे हैं।
जन आर्शीवाद के बाद दूसरी सूची
जन आर्शीवाद यात्राओं के समापन के बाद भोपाल के जम्बूरी मैदान पर 25 सितंबर को कार्यकर्ता महाकुंभ होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के आला केंद्रीय नेता शामिल होंगे। इसके ठीक बाद नेताओं के जिले में दौरे शुरू हो जाएंगे। भाजपा की दूसरी सूची तैयार है। इसके अलावा पार्टी ने कुछ नाम और तय कर रखे हैं। संगठन नेताओं की मानें तो आचार संहिता के पहले 100 सीटों पर पार्टी अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर देगी। गौरतलब है कि पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक 13 सितंबर हो हुई थी। इसमें 35 नामों को हरी झंडी दे दी गई थी। इसके अलावा 5 सीटों पर टिकट केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ दिए गए थे। इनमें अधिकांश सीटें वे हैं ,जिन पर भाजपा को पिछली बार हार मिली थी। इसके अलावा आधा दर्जन सीटें वे हैं ,जहां पार्टी लगातार हार रही है। अमूमन केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के एक-दो दिन बाद पार्टी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर देती है पर जन आशीर्वाद यात्राओं के चलते इस बार सूची रोक दी गई है। ऐसा प्रदेश संगठन के नेताओं के कहने पर किया है। संगठन नेताओं को डर था कि सूची जारी होने के बाद कई स्थानों पर टिकट से वंचित नेता इस यात्रा से दूर हो सकते हैं।