नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार ली प्रधानमंत्री पद की शपथ

शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस की ओर से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे शामिल हुए. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि उनकी पार्टी इस समारोह का हिस्सा नहीं बनेगी.

नई दिल्ली: भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के चुनावी रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए, नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दलों के सहारे अपने तीसरे कार्यकाल की शपथ ले ली है. रविवार (9 जून) को शाम 7:24 बजे राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मोदी और केंद्रीय मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.

नरेंद्र मोदी के अलावा और किसने ली शपथ?

यह उन सांसदों की सूची है, जिन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है:

नेता पार्टी
अमित शाह भाजपा
मनसुख मंडाविया भाजपा
अश्विनी वैष्णव भाजपा
निर्मला सीतारमण भाजपा
पीयूष गोयल भाजपा
जितेन्द्र सिंह भाजपा
शिवराज सिंह चौहान भाजपा
हरदीप सिंह पुरी भाजपा
एचडी कुमारस्वामी जनता दल (सेक्युलर)
चिराग पासवान लोजपा (राम विलास)
नितिन गडकरी भाजपा
राजनाथ सिंह भाजपा
ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा
किरेन रिजिजू भाजपा
गिरिराज सिंह भाजपा
जयंत चौधरी रालोद
अन्नामलाई भाजपा
मनोहरलाल खट्टर भाजपा
सुरेश गोपी भाजपा
जीतन राम मांझी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा
रामनाथ ठाकुर जदयू
जी किशन रेड्डी भाजपा
बंदी संजय भाजपा
अर्जुन राम मेघवाल भाजपा
प्रह्लाद जोशी भाजपा
चंद्रशेखर चौधरी ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन
चंद्रशेखर पेम्मासानी टीडीपी
राम मोहन नायडू किंजरापु टीडीपी
रवनीत सिंह बिट्टू भाजपा
जितिन प्रसाद भाजपा
पंकज चौधरी भाजपा
बीएल वर्मा भाजपा
ललन सिंह जदयू
सर्बानंद सोनोवाल भाजपा
अनुप्रिया पटेल अपना दल (एस)
प्रताप राव जाधव शिव सेना
अन्नपूर्णा देवी भाजपा
रक्षा खडसे भाजपा
शोभा करंदलाजे भाजपा
कमलजीत सहरावत भाजपा
राव इंद्रजीत सिंह भाजपा
रामदास अठावले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए)
हर्ष मल्होत्रा भाजपा
विपक्ष की तरफ से कौन हुआ शामिल?

शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस की तरफ से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे शामिल हुए. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने शनिवार (8 जून) को घोषणा कर दी थी कि उनकी पार्टी इस समारोह में शामिल नहीं होगी.

2019 में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और तत्कालीन कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने मोदी के दूसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण में पार्टी का प्रतिनिधित्व किया था.

शपथ ग्रहण समारोह में सात देशों के नेता हुए शामिल

नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सात देशों के शीर्ष नेता भी शामिल हुए.

1) बांग्लादेश से प्रधानमंत्री शेख हसीना

2) श्रीलंका से राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे

3) नेपाल से प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल

4) मालदीव से राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू

5) सेशेल्स से उपराष्ट्रपति अहमद अफ़ीफ़

6) भूटान से राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक

7) मॉरिशस से राष्ट्रपति पृथ्वीराजसिंह रूपन

ध्यान देने वाली बात है कि इन सात देशों से भारत के घनिष्ठ संबंध हैं. लेकिन हाल के वर्षों में इन सभी देशों के चीन के साथ संबंध बढ़े हैं.

कमजोर हुई है भाजपा

‘400 पार’ और ‘मोदी की गारंटी’ का नारा देने वाले नरेंद्र मोदी क्षेत्रीय दलों के सहारे तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं. भाजपा बहुमत का आंकड़ा भी नहीं जुटा पाई है. 2019 के लोकसभा चुनाव में जब भाजपा ने 303 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की थी, तब उसने 50% से ज़्यादा वोट शेयर के साथ 224 सीटें जीती थीं. इस बार भाजपा न सिर्फ 240 सीटें पाकर पूर्ण बहुमत से चूक गई, बल्कि उसने 50% से ज़्यादा वोट शेयर के साथ सिर्फ 156 सीटें ही जीती हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में भाजपा ने 50% से अधिक वोटों से जिन 224 सीटों पर जीत हासिल की थी, उनमें से उसे सात सीटों पर 70% से अधिक वोट मिले थे, 77 सीटों पर 60% से 70% के बीच वोट मिले थे, और शेष 140 सीटों पर 50% से 60% के बीच वोट मिले थे.

2024 में भाजपा ने फिर से 70% से ज़्यादा वोटों के साथ सात सीटें जीती है, लेकिन 60% से 70% वोट शेयर के साथ जीतने वाली सीटों की संख्या 77 से घटकर 39 हो गई है. 50% से 60% वोट शेयर के साथ जीती गई सीटें 140 से घटकर 110 हो गई हैं.

2019 में 50% से अधिक वोट शेयर के साथ भाजपा ने जिन 224 सीटों पर जीत हासिल की थी, उनमें से इस बार 176 सीटें ही बरकरार रख पाई है और 45 हार गई है. इन 45 में से 29 पर कांग्रेस और 8 पर समाजवादी पार्टी (सपा) ने जीत दर्ज की है.

भाजपा ने 224 सीटों में से तीन सीटें अपने सहयोगी दलों जेडी(यू), जेडी(एस) और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के लिए छोड़ी थीं और तीनों ने जीत हासिल की है.