आईआईटी कानपुर को मिली सफलता: कपड़ा पहनते ही भारतीय सैनिक बन जाएंगे मि. इंडिया.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर ने ऐसा कपड़ा बनाया है, जिसके पीछे जाते ही न तो सैनिक दिखता है। न ही कोई अन्य मटेरियल। यानी इस महा-मैटेरियल का इस्तेमाल भारतीय सेना करने लगे तो हमारे सैनिक मिस्टर इंडिया बन जाएंगे। साथ ही जरूरी हथियार भी छिपे रहेंगे। ये एक मेटामैटेरियल सरफेस क्लोकिंग सिस्टम है। जो हमारे सैनिकों, विमानों और ड्रोन्स को दुश्मनों से बचा सकता है। इस कपड़े का फायदा ये है कि ये न तो दुश्मन की राडार की पकड़ में आता है। न सैटेलाइट की। इसे इंफ्रारेड कैमरा, वूंड सेंसर्स और थर्मल इमेजर से भी नहीं देख सकते। यानी इस मैटेरियल से के पीछे क्या है किसी को पता ही नहीं चलेगा। अगर आप इस तस्वीर में दाहिनी ओर लगे थर्मल इमेजर में देखें तो कपड़े के पीछे इंसान नहीं दिख रहा है। सिर्फ उसका सिर और हाथ दिख रहा है। यानी कपड़े के पीछे जो हिस्सा है वो एकदम नहीं दिखेगा। इस कपड़े से सैन्य गाडिय़ों के कवर, सैनिकों के यूनिफॉर्म, या एयरक्राफ्ट कवर बनाया जा सकता है. यह कपड़ा पूरी तरह से स्वदेशी है. साथ ही विदेशों से मंगाए जाने वाले सरफेस क्लोकिंग सिस्टम से 6-7 गुना ज्यादा सस्ता भी है।
खंडवा में मशाल जुलूस के दौरान आग भडक़ने से 50 घायल, हादसे के बाद मची भगदड़
मध्य प्रदेश के खंडवा में गुरुवार देर रात निकाले जा रहे एक मशाल जुलूस के दौरान हादसा हो गया। अचानक कुछ मशालों के भभकने से बड़ी संख्या में लोग झुलस गए। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और लोगों में भगदड़ मच गई। इस दौरान कई लोग गिरने से भी घायल हो गए। हालांकि, गनीमत रही कि घटना के समय मौके पर मौजूद पुलिस अमले की सतर्कता के चलते बड़ा हादसा टल गया और तुरंत ही हालात पर काबू पाया गया। घटना के बाद तुरंत एसपी मनोज राय, एडिशनल एसपी महेंद्र तारणेकर, राजेश रघुवंशी और जिले का पुलिस अमला मौके पर पहुंचा और स्थिति का जायजा लिया। वहीं, पुलिस अधीक्षक ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का बेहतर उपचार सुनिश्चित कराया। बताया जा रहा है कि नगर के एक संगठन राष्ट्रभक्त वीर युवा मंच के द्वारा एक श्रद्धांजलि सभा का कार्यक्रम बड़ा बम क्षेत्र में रखा गया था, जिसके बाद एक मशाल जुलूस भी निकाला गया। जुलूस के समापन के समय कुछ लोगों के हाथों में रखी मशालें धक्का-मुक्की में उलट-पुलट हो गईं, जिससे उनमें मौजूद तेल और बुरादा भभक उठा और आग का बड़ा गोला बन गया।
टी राजा ने कहा: मंदिर से 50 किमी दूर होनी चाहिए मुसलमानों की होटल-दुकानें
महाकालेश्वर दर्शन, पूजन करने आए हैदराबाद की गोशामहल सीट से विधायक टी राजा ने महाकाल मंदिर के आसपास की दुकानों का सर्वे कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि महाकाल मंदिर पवित्र और प्राचीन स्थल है। मंदिर से 50 किमी दूर तक कोई भी मुसलमान की होटल नहीं रहना चाहिए। उन्होंने गुरुवार शाम मंदिर में गर्भगृह की देहरी से महाकाल के दर्शन किए। पूजन बबलू गुरु, प्रशांत पुजारी ने करवाया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि हिंदू यदि अपवित्र जगह में रहकर मंदिर आएंगे तो पूजा भी स्वीकार नहीं होगी। मैं मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से निवेदन करता हूं कि महाकाल मंदिर के आसपास जो होटलें हैं, उनका सर्वे होना चाहिए। इनमें क्या पक रहा है, क्या बेचा जा रहा है? इनकी भी जांच की जानी चाहिए।
संभल हिंसा: जांच के लिए यूपी सरकार ने गठित किया न्यायिक आयोग
संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए यूपी की योगी सरकार ने न्यायिक आयोग गठित किया है।इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस डीके अरोड़ा की अध्यक्षता में तीन सदस्य न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। आयोग में रिटायर्ड जस्टिस डीके अरोड़ा के साथ रिटायर्ड आईएएस अमित मोहन प्रसाद और पूर्व डीजीपी एक जैन भी शामिल हैं। आयोग इस बात की जांच करेगा कि संभल में हुई हिंसा संयोजित साजिश थी या फिर कोई अचानक हुई घटना थी। इसके अलावा जांच आयोग संभल हिंसा के पीछे लोगों की भूमिका की भी जांच करेगा। इस आयोग को दो माह के भीतर अपनी रिपोर्ट देनी है। आयोग भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भी अपने सुझाव सरकार को देगा। गुरुवार को ही इलाहाबाद हाईकोर्ट में संभल हिंसा की जांच के लिए याचिका दाखिल की गई थी। सुप्रीम कोर्ट आज संभल की शाही जामा मस्जिद की प्रबंधन समिति द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करेगा।