जुलाई से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में होगा लागू
भोपाल/मंगल भारत। हाजरी लगाकर स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों को अब मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। इसकी वजह है अब स्कूल शिक्षा विभाग की वह नई व्यवस्था जिसमें हाजरी के लिए अब शिक्षकों को ऐप में अपनी मुंह दिखाई करनी होगी। इसके लिए शिक्षा मित्र और सार्थक ऐप बनवाए गए हैं। दरअसल सरकार के पास लगातार शिकायतें आती रहती है कि स्कूलों से शिक्षक गायब रहते हैं। यही वजह है कि प्रदेश के करीब चार लाख शिक्षकों के लिए हाजरी की नई व्यवस्था करनी पड़ी है। स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह भी विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी इसके निर्देश दे चुके हैं। मंत्री स्कूल शिक्षा राव उदय प्रताप सिंह भी खुद इसे मान चुके हैं कि प्रदेश में कुछ शिक्षक पढ़ाने के लिए स्कूल नहीं जाते हैं। उनके स्थान पर दूसरे लोग पढ़ाने जाते हैं। कुछ शिक्षक स्कूलों के निर्धारित समय पर नहीं पहुंचते हैं। इसे लेकर स्कूल शिक्षा विभाग ने चार साल पहले एम शिक्षा मित्र ऐप तैयार किया था। इस ऐप के माध्यम से ऑनलाइन अटेंडेंस लगाने की व्यवस्था शुरू की गई, लेकिन ऐप की कुछ खामियों के चलते यह व्यवस्था पूरी तरह से सफल नहीं सकी। अब इस मामले में मंत्री के निर्देश मिलने के बाद विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। विभाग अब एम शिक्षा मित्र व सार्थक ऐप की हर स्कूल में कनेक्टिविटी तय करने जा रही है। जिससे की शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस लग सके। इससे शिक्षकों की बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगेगी, लेकिन इसके लिए उन्हें वहां पर अपना चेहरा दिखाना जरुरी होगा। इससे शिक्षकों को खुद ही पढ़ाना होगा। फिलहाल इस माह में यह नई व्यवस्था पायलट प्रोजेक्ट के तहत उज्जैन व नरसिंहपुर में शुरू की जा चुकी है। इसके बाद इसे जुलाई माह से पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
बहुउद्देशयीय है सार्थक ऐप
सार्थक ऐप इस तरह से तैयार करवाया गया जिससे उसका उपयोग कई कामों के लिए किया जा सके। इससे न केवल कर्मचारियों की लोकेशन का पता चल सकेगा , बल्कि कर्मचारी व शिक्षक छुट्टी के लिए भी आवेदन कर सकेंगे और मप्र शासन से किसी भी प्रकार का पत्राचार करना भी संभव होगा। यह ऐप प्रदेश सरकार का पोर्टल और मोबाइल एप्लीकेशन है, जिससे अब शिक्षकों को पत्राचार करने संबधी परेशानी नहीं होगी। इसके उपयोग से काम सरलता से और जल्दी हो सकेगा। इसके साथ ही यह भी तय किया गया है कि अगर शिक्षक ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं लगाते हैं तो उनकी वेतन काट ली जाएगी।
बगैर नेटवर्क के भी लग जाएगी हाजरी
ग्रामीण क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या को देखते हुए एम शिक्षा मित्र ऐप से अटेंडेंस लगाना शुरू किया था। इस ऐप के माध्यम से अगर हाजिरी लगाते समय नेटवर्क न मिले तो भी हाजिरी भरी जाएगी। जैसे ही मोबाइल में नेटवर्क मिलेंगे हाजिरी अपडेट हो जाएगी। साथ ही सार्थक ऐप की कनेक्टिविटी से चेहरा दिखाकर अटेंडेंस लग सकेगी।