पहलगाम हमला: मृतकों में विभिन्न प्रदेशों के लोग शामिल, एलजी बोले- अपराधियों को क़ीमत चुकानी होगी

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें पर्यटक और एक स्थानीय शामिल हैं. केंद्र और राज्य सरकारों ने हमले की निंदा की है और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है.

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल, 2025) को हुए आतंकी हमले में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय निवासी की जान गई है. यह हमला दोपहर को बैसारन घाटी में हुआ—यह पहलगाम से करीब 6 किलोमीटर दूर एक दुर्गम स्थान है—जहां उस समय बड़ी संख्या में पर्यटक मौजूद थे. आतंकवादियों ने वहां पहुंचकर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा एक छद्म समूह, ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’, इस हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा कर रहा है.

हालांकि, हमले के एक दिन बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि इस घटना से उनका कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन भारतीय अधिकारी पाकिस्तान के इस इनकार से संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि शुरुआती जांच में ऐसे संकेत मिले हैं कि नागरिकों पर गोलियां चलाने वाले आतंकवादियों के समूह में विदेशी शामिल थे.

कौन लोग मारे गए?

आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों में कर्नाटक के एक रियल एस्टेट एजेंट, ओडिशा के एक एकाउंटेंट, कानपुर के एक व्यापारी और खाड़ी से लौटे केरल के एक व्यक्ति सहित देश के अलग-अलग हिस्सों के लोग शामिल थे. इनमें से कई अपने परिवारों के साथ इस लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर छुट्टियां मना रहे थे.

कर्नाटक के शिवमोगा निवासी मञ्जुनाथ राव (47), उनकी पत्नी पल्लवी राव और बेटा अभिजेय (18) के साथ पहुंचे थे. शिवमोगा में अपने एक रिश्तेदार को किए गए कॉल में पल्लवी ने बताया कि शुरुआत में उन्हें लगा कि यह सुरक्षाबलों का कोई अभ्यास चल रहा है. दस मिनट बाद पल्लवी ने देखा कि मञ्जुनाथ का शव खून से लथपथ जमीन पर पड़ा था.

चश्मदीदों के मुताबिक़, आतंकियों ने पर्यटक समूह के पुरुष सदस्यों को खासतौर पर निशाना बनाया गया.

इंडियन एक्सप्रेस ने हमलावरों के साथ पल्लवी की हुई बातचीत को भी छापा है, ‘मैंने उससे कहा कि जब तुमने मेरे पति को मार डाला है तो मुझे भी मार दो. मेरे बेटे ने भी यही कहा… लेकिन उन्होंने कहा- मैं तुम्हें नहीं मारूंगा, मोदी से कह देना.’

एक अन्य पीड़िता प्रियदर्शिनी ने बताया कि उनके पति को उस वक्त सिर में गोली मारी गई जब वे रोपवे से नीचे उतर रहे थे, ‘हमें कुछ समझ ही नहीं आया, अचानक मेरे पति को गोली लगी. हर तरफ अफरा-तफरी मच गई.’

केरल के कोच्चि से अपने परिवार के साथ छुट्टी मनाने गए 65 वर्षीय रामचंद्रन भी हमले में मारे गए हैं. वे अपनी पत्नी शीला, बेटी आरती और उसके दो बच्चों के साथ घूमने गए थे. रामचंद्रन घोड़े पर सवार थे जब उन्हें गोली मारी गई.

हमले में जान गंवाने वाले कानपुर के व्यापारी शुभम द्विवेदी (31) अपने परिवार के 11 सदस्यों के साथ कश्मीर गए थे. शुभम की शादी गत 12 फरवरी को ऐशान्या द्विवेदी से हुई थी. शुभम और उनकी पत्नी घोड़े पर पहाड़ी की ओर जा रहे थे, तभी आतंकियों ने फायरिंग शुरू की. शुभम की मौके पर ही मौत हो गई.

रायपुर (छत्तीसगढ़) के दिनेश मिरानिया (42), जो अपनी पत्नी नेहा और बच्चों के साथ शादी की सालगिरह मनाने कश्मीर गए थे, उनकी भी गोली लगने से मौत हुई है.
मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा

जम्मू-कश्मीर सरकार ने बुधवार को हमले में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गंभीर रूप से घायल लोगों को 2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को 1 लाख रुपये देने की भी घोषणा की.

मुख्यमंत्री ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा, ‘यह हमला हाल के वर्षों में नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए किसी भी हमले से कहीं बड़ा है. इस हमले को अंजाम देने वाले लोग जानवर हैं, अमानवीय हैं और घृणा के पात्र हैं. इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है.’

पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस नेता सज्जाद लोन और कई अन्य राजनीतिक नेताओं ने इस हमले की निंदा की. मीरवाइज उमर फारूक ने इसे ‘कायराना हमला’ करार देते हुए कहा, ‘इस तरह की हिंसा अस्वीकार्य है और कश्मीर की परंपराओं के खिलाफ है.’

केंद्र का रुख़

बुधवार (23 अप्रैल, 2025) को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पहलगाम पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया.

22 अप्रैल को सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यात्रा को बीच में ही रोक भारत लौट आए हैं. बुधवार (23 अप्रैल, 2025) की सुबह दिल्ली पहुंचते ही उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिया.

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसे कायरता भरा हमला कहा और कहा कि ‘इस घिनौने हमले के पीछे जो भी हैं, वे दंड से नहीं बचेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘आतंकवादियों को खत्म करने के लिए अभियान शुरू किया गया है. पूरा देश गुस्से में है और हमारी सेनाओं का खून खौल रहा है. मैं देश को आश्वस्त करता हूं कि पहलगाम हमले के अपराधियों को उनकी घिनौनी करतूत का बहुत भारी मूल्य चुकाना पड़ेगा. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.’