सिंधिया के लिए अरुण यादव को किया जाएगा बंगले से बेदखल!

पीसीसी अध्यक्ष पद से हटने के बाद अरुण यादव को पार्टी से मिलने वाली सुविधाएं समाप्त होने के बाद अब उनके सरकारी बंगले पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। चर्चा है कि सरकार अब उनसे 45 बंगला स्थित शासकीय आवास भी खाली कराने की तैयारी में है। यह बंगला उन्हें पीसीसी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद आवंटित किया गया था। माना जा रहा है कि यह बंगला उनसे खाली कराकर कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को आंवटित किया जा सकता है। दरअसल कांग्रेस की ओर से प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए उन्हें कुछ समय पहले ही पार्टी ने चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस वजह से उनका भोपाल आना जाना शुरु हो गया है। इसके बाद उनके द्वारा सरकार से सांसद होने के नाते आवास आंवटित करने की मांग की गई है। फिलहाल सरकार ने अभी सिंधिया को बंगला आवंटित करने पर फैसला नहीं किया है। इधर, भाजपा भी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लिए भी मप्र भाजपा लग्जरी ठिकाने की तलाश कर रही है, यह तलाश अभी पूरी नहीं हुई है। पार्टी उन्हें प्रदेश कार्यालय या होटल में ठहराने पर विचार कर रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया 10 जुलाई से चुनाव अभियान शुरू कर रहे हैं। इस दौरान उनका ज्यादा समय भोपाल में बीतेगा। फिलहाल वे रेस्ट हाउस अथवा होटल में ठहरते हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि उन्हें जल्द सरकारी बंगला मिल सकता है, जहां से वे अभियान को गति देंगे।
शाह का चुनावी ठिकाना होगा भोपाल
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी भोपाल में रहकर संगठन का संचालन करेंगे। संगठन सूत्र बताते हैं कि शाह भोपाल में बैठकर मप्र के साथ-साथ छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान चुनाव संगठन की कमान भी संभालेंगे। इसके लिए शाह के लिए हाईटेक कक्ष तैयार होगा। भाजपा संगठन के उच्च पदाधिकारी ने बताया कि शाह को पार्टी कार्यालय में ही ठहराने की संभावना है, लेकिन चुनाव के दौरान पार्टी कार्यालय में कार्यकतार्ओं की ज्यादा भीड़-भाड़ रहेगी, ऐसी स्थिति में शाह के लिए निजी बंगले की भी तलाश की जा रही है। इसके लिए पार्टी के किसी नेता के खाली आवास को उपयोग में लिया जा सकता है।
यादव न सांसद हैं न विधायक
कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव के पास राजधानी में सरकारी आवास है। सरकारी सूत्र बताते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को बंगला देने के लिए अरुण यादव से बंगला खाली कराया जा सकता है। क्योंकि यादव फिलहान न तो सांसद हैं और न ही विधायक। उन्हें पीसीसी अध्यक्ष बनने के बाद बंगला आवंटित हुआ था।
इनका कहना है
मप्र प्रवास करने वाले सभी केंद्रीय नेताओं की व्यवस्था भाजपा करती है। चुनाव की दृष्टि से जो भी नेता भोपाल आएंगे उनके लिए उचित व्यवस्था मप्र भाजपा ही करेगी।
दीपक विजयवर्गीय, मुख्य प्रवक्ता, मप्र भाजपा
सरकार से बंगला देने की मांग की थी, लेकिन नहीं दिया। सरकार चला-चली की बेला में है। वे होटल या रेस्ट हाउस में ठहरते हैं, लेकिन इससे संगठन के काम पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
मानक अग्रवाल, मीडिया प्रभारी प्रदेश कांग्रेस