मंगल भारत:- सीधी:- विशेष रिपोर्ट:-
प्राइवेट विद्यालयों द्वारा उड़ाई जा रही है नियमावली की धज्जिया।।।।।।।।।।।।।।।।
जहां पूरा देश प्राइवेट मय हो चुका है वही शिक्षा जगत को लेकर सरकार की बनाई हुई नियमावलियों की पूर्णता उड़ाई जा रही हैं धज्जिया,,,,,,,,,
प्राइवेट विद्यालयों का मामला है
सीधी जिले के अंतर्गत प्राइवेट विद्यालय देवी अहिल्ल्याबाई पूर्व माध्यमिक विद्यालय खाम का जहां पूरा भारत देश स्वच्छता अभियान को लेकर शीर्ष मुकाम हासिल करने का दावा कर रहा है वही प्राइवेट विद्यालयों द्वारा उस मुकाम में रोड़ा बन रहा है देवी अहिल्या बाई विद्यालय आठवीं तक संचालित है जहां पर बच्चों के लिए वाहन सुविधा तो है लेकिन शौचालय नहीं है और ना ही नियमावली के अनुसार मापदंड जो साफ-साफ दर्शाता है कि विद्यालय संचालकों को तो पैसा चाहिए पर व्यवस्था नहीं जो जिला प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है और साथ में ही बच्चों को शौचालय शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है कब जागेगा प्रशासन कब होगी ऐसे विद्यालयों की प्रति कार्यवाही कब होगा समग्र स्वच्छता अभियान का सपना पूरा ऐसे कई गंभीर प्रश्न ऐसे प्राइवेट विद्यालयों के कारण उत्पन्न हो रहे हैं जो कि गंभीर से गंभीर विषय है: जहां सरकार की बनाई हुई नियामवाली है ,
अगर किसी के पास शौचालय नहीं है तो उसको राशन नहीं मिलेगा और एक तरफ प्राइवेट विद्यालयों में फिश तो चाहिए पर शौचालय नही,