चुनावी साल में प्रदेश के गरीेबों की चाय होगी मीठी

चुनावी साल में प्रदेश सरकार हर वो कदम उठा रही है, जिससे की मतदाताओं को लुभाया जा सके। सरकार ने इसके लिए पूरा फोकस गरीबों पर कर रखा है। यही वजह है कि पहले सरकार ने उनके लिए संबल योजना लेकर आयी है तो अब उन्हें उचित मूल्य पर शक्कर देने जा रही है। सरकार प्रदेश के करीब सवा करोड़ गरीब परिवारों को जल्द ही 20 रुपए किलो की दर पर शक्कर देने की तैयारी कर रही है। गौरतलब है कि पूर्व में सरकार द्वारा अंत्योदय परिवारों को पीडीएस की दुकानों से शक्कर दी जाती थी। जिसे करीब डेढ़ साल पहले बंद कर दिया गया था। अब इसे दोबारा से शुरु करने की योजना तैयार की गई है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा केन्द्र्र को पत्र लिखकर कोटा आवंटित करने की मांग की गई है। इसको लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान 12 जुलाई को केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान से भी मिल चुके हैं। अगर केन्द्र से सहयोग नहीं मिलता है तो राज्य सरकार सरकार छत्तीसगढ़ की तर्ज पर अपनी मद से शक्कर बांट सकती है। सरकार अंत्योदय परिवारों को हर महीने एक किलो शक्कर देती है तो करीब 1700 टन शक्कर की जरूरत होगी। अंत्योदय और समग्र परिवार को शक्कर देती है तो यह कोटा 11800 टन का हो जाता है। इससे सरकार पर प्रति माह करीब पांच करोड़ रुपए का आर्थिक भार आएगा। चुनावी साल में सरकार दोनों परिवारों को साधने के लिए दोबारा शक्कर बांटने के प्रयास कर रही है।
अंत्योदय के लिए केंद्र सरकार ने दी थी मंजूरी
केंद्र सरकार ने अंत्योदय परिवार को सब्सिडी वाली शक्कर देने की स्वीकृति दे दी थी। वह 18.50 रुपए प्रति किलो सब्सिडी देने के लिए तैयार थी। इसके बाद खाद्य विभाग ने करीब 17 लाख परिवारों को 20 रुपए किलो शक्कर बांटने की तैयारी भी कर ली थी। इसके बाद मामला एक बार फिर अटक गया।