राकेश ने अब संसद में दिखाई राजनैतिक ताकत

मप्र भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह को सूबे में जनाधार विहिन नेता के रूप में जाना जाता है। उन्हें विरोधी प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद कमजोर राजनैतिक पकड़ वाला नेता भी मान रहे थे, लेकिन इसके बाद जिस तरह से उन्हें पार्टी हाईकमान का साथ लगातार मिल रहा है उससे वे लगातार अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहे हैं। मामला चाहे लोकसभा में सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का हो या फिर जबलपुर या फिर भोपाल में होने वाली बैठक का। श्री सिंह को ताकतवर बताने के लिए ही अब तक अमित शाह तीन बार प्रदेश का दौरा कर चुके हैं। यही नहीं संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान जिस तरह से भाजपा की ओर से सांसद राकेश सिंह ने चर्चा की शुरुआत की उससे भी पार्टी में उनका महत्व समझा जा सकता है। खास बात यह है कि इस पर भी वे पूरी तरह से खरे उतरे हैं। दरअसल उनके प्रदेशाध्यक्ष बनने पर माना जा रहा था कि वे कमलनाथ के सामने काफी कमजोर थे, लेकिन सिंह ने संसद से लेकर सडक़ तक अपनी ताकत दिखाकर लोगों को सोच बदलने पर मजबूर कर दिया। खास बात यह है कि अविश्वास प्रस्ताव के दौरान लोकसभा में कांग्रेस सांसद एवं पार्टी के चुनाव अभियान समिति के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठे दिखाई दिए। वहीं वरिष्ठ नेता कमलनाथ सदन से अनुपस्थित रहे। वह इस दौरान भोपाल में मौजूद रहे। कांग्रेस की और से यह दोनों ही नेता प्रदेश में कांग्रेस की वापसी की उम्मीद के साथ ही सीएम पद के दावेदार हैं।
रणनीति के तहत बोले राकेश
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव में भाजपा की तरफ से सबसे पहले चर्चा की शुरुआत करने वाले पहले सदस्य भाजपा सांसद और मप्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह बने। राकेश को लोकसभा में भाजपा की तरफ से सबसे आगे भेजने के कई मायने हैं। भाजपा आलाकमान ने बड़ी सोची समझी रणनीति के तहत राकेश सिंह को भाजपा का चेहरा बनाया। राज्य में अगले साल चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा एक ऐसे चेहरे की तलाश कर रही थी, जो सदन में सरकार का पक्ष रखते हुए मप्र को भी काफी नजदीक से समझता हो।
प्रदेश के विकास का भी रखा ब्यौरा
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मप्र में विधानसभा चुनाव होने हैं और मप्र भाजपा को शिवराज के अलावा भी एक ऐसे नेता की तलाश थी, जो पार्टी संगठन के कामकाज के साथ सभी को साथ लेकर चलने वाला हो। राकेश सिंह ने टीडीपी के अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में जबरदस्त हमला बोला। राकेश सिंह ने एक-एक कर मोदी सरकार की कई योजनाओं को विस्तार से देश के सामने रखा।
राहुल की परछाई बने ज्योतिरादित्य
ज्योतिरादित्य सिंधिया लंबे समय से राहुल गांधी के करीबी रहे हैं और अकसर उन्हीं के साथ देखे जाते हैं। शुक्रवार को भी वह पूरे दिन लोकसभा की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ ही बैठे देखे गए। राहुल ने भी अपने भाषण में पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा।