भोपाल में मूक बधिर छात्रा से रेप के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बयान आया है. उन्होंने कहा कि इस घटना से मन बहुत व्यथित है. आरोपी को कड़ी सज़ा दिलाने का प्रयास किया जाएगा.
ये घटना सामने आने के बाद सीएम ने भोपाल में मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ बैठक की. उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले इसके लिए तत्काल कार्रवाई आगे बढ़ायी जाए. सीएम ने प्रदेश के अनाथालयों की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश भी दिए. साथ ही ये भी कहा कि लड़कियों के हॉस्टल का हर महीने निरीक्षण किया जाए. सरकार अब अनाथालय और प्राइवेट हॉस्टल के लिए भी नियम बनाएगी.
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा, प्रदेश का मुखिया मामा नृत्य में व्यस्त है.उन्होंने ट्वीट किया कि पहले ही रेप के मामले में मध्यप्रदेश सबसे अव्वल है, अब यहां बालिका गृह भी सुरक्षित नहीं हैं. बिहार के मुज़फ्फरपुर और यूपी के देवरिया के बाद मध्य प्रदेश में भी इस तरह की घटना से प्रदेश शर्मसार हुआ है. प्रदेश सरकार सभी हॉस्टल्स की जांच कराए और बच्चियों को सुरक्षा दे
महिला एवं बाल विकास मंत्री माया सिंह ने पूरे मामले को शर्मसार करने वाला बताया. म.प्र. बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग ने कहा हॉस्टल्स की मॉनिटरिंग की कमी है, इस वजह से ऐसा जघन्य वारदात हुई. मंत्री माया सिंह ने कहा तमाम कानून और दोषियों को फांसी की सज़ा होने के बाद भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, ये काफी दुखद है. उन्होंने कहा कठोर कानून, प्रशासनिक कसावट के साथ समाज में भी बदलाव की ज़रूरत है.
भोपाल के हॉस्टल में मूक बधिर छात्रा से रेप के मामले में प्रदेश सरकार और बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है. बाल आयोग के अध्यक्ष राघवेन्द्र शर्मा ने भोपाल में कहा कि हॉस्टल्स की मॉनिटरिंग की कमी है. यही वजह है कि ऐसा अनाचार हो रहा है. उन्होंने बताया कि संबंधित विभागों को निर्देश दिया जा रहा है. साथ ही पुलिस से कहा गया है कि वो सख़्त कार्रवाई करे और हॉस्टल की सभी छात्राओं के बयान ले.