सतोहरी पंचायत में खुलेआम सड़क निर्माण के नाम पर धज्जियां उड़ाई जा रही है, जिम्मेदार अधिकारी मौन | |

सतोहरी पंचायत में सड़क निर्माण के नाम पर व्यापक भ्रष्टाचार | |

खुलेआम रेता की जगह लालमिट्टी मिलाई जा रही है,

20 mm ki jagah 40 mm,

यह है सतोहरी पंचायत का विकास,

सरपंच सचिव व पीसीओ सड़क निर्माण कार्य में भारी अनियमितताएं,

रामविकाश मिश्रा,

रामपुर नैकिन – मालुम हो कि जनपद पंचायत क्षेत्र अन्तर्गत सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सतोहरी पंचायत में पंचपरमेश्वर मद से सरपंच महोदया सचिव साथ पीसीओ पी. सी. सी. रोड निर्माण में भारी तौर पर घटिया मटेरियल का स्तेमाल किया जा रहा है आगे सूत्र ने बताया कि सतानंद घर के पास से जाने वाली रास्ता अतुल के घर के पास सड़क की लम्बाई 150 मीटर है जिसको मात्र 123 मीटर पी. सी. सी. रोड निर्माण सतोहरी पंचायत व्दारा बनबाई गई थी जो पहली ही बरसात में पूरी रोड उखड़ गई साथ मिटटी की तरह बह रही है उक्त मटेरियल राशि दो लाख रुपये आहरित कर ली गई यही हाल लल्ला घर के पास से होकर गुजरने वाली मुख्य मार्ग तक जाने वाली पी. सी. सी. रोड का सतोहरी सरपंच सचिव व पीसीओ यह सब मिलकर मात्र कागजों में रोड दर्शाकर पाच लाख रुपये भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया और विकास के नाम पर पूरा पैसा डकार गए | यही हाल मुख्य मार्ग से प्राथमिक पाठशाला सतोहरी तक पहुंचने वाली सड़क पर पी. सी. सी. रोड निर्माण का कार्य चल रहा जिसमे पूरी तरह तय मापदंड की वजाह गुणवत्ता विहीन मटेरियल का उपयोग किया जा रहा है जिसकी वीडियो साथ फोटो गुहार मार – मारकर गवाही दे रहे है जहा देखो तहा भ्रष्टाचार की बू आ रही है एक तरफ तो करप्शन मुक्त भारत की बात चल रही है वही दूसरी ओर सतोहरी पंचायत में विकास की जगह उल्टा सरपंच सचिव व पीसीओ यह सभी मिलकर भ्रष्टाचार के जन्मदाता बनते जा रहे हैं तथा सतोहरी पंचायत के लोग इस तरह विकास की गंगा को देखकर जनपद पंचायत रामपुर नैकिन सीईओ के साथ – साथ इस लेख के जरिए शासन – प्रशासन से गुहार लगाई है कि सतोहरी पंचायत में सड़क के नाम पर खूब लूट मची है | एवं सतोहरी पंचायत के सरपंच महोदया सचिव पीसीओ के मिलीभगत कर पंचपरमेश्वर मद के पैसो का सड़क बनवाने की वजह अपनी – अपनी जेबे भरने में लगे हैं जो यह जाँच का विषय है गाव वालो ने अपील की है कि पी.सी.सी.सड़क निर्माण को तुरंत रोका जाए व उच्चस्तरीय जाँच कराई जाय तथा दोषियो के विरुद्ध कार्यवाही कर विकास के नाम पर खर्च की गई सरकारी रकम की वसूली की जाय | |