भोपाल : करीब दो महीनों से एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत को लेकर देश भर की जनता उनकी सेहत में सुधार को लेकर दुआओं का दौर जारी है. अटल जी की नाजुक हालत को देखते हुए सीएम शिवराज ने भी उनकी अच्छी सेहत की कामना की है और उनके जल्द से जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद जताई है. पूर्व प्रधानमंत्री की सेहत पर चर्चा करते समय सीएम शिवराज काफी भावुक हो गए और रोने लगे. उन्होंने कहा कि अटल जी की सेहत को लेकर वह काफी दुखी हैं और जल्द से जल्द उनकी सेहत में सुधार की कामना करते हैं. प्रदेश भर की जनता उनकी नाजुक हालत के चलते काफी दुखी है.
अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत को लेकर चर्चा करते वक्त सीएम शिवराज ने उनकी कविता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि उन्हें अटल जी की एक कविता ‘हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा, काल के कपाल पर लिखता ही जाता हूं.’ हमेशा याद आती है. वह जल्द से जल्द ठीक हो जाएं बस यही हमारी कामना है. बता दें अटल जी की नाजुक हालत को लेकर विपक्ष के भी कई नेताओं ने उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की है.
बता दें अटल बिहारी वाजपेयी का मध्य प्रदेश से गहरा रिश्ता रहा है. वाजपेयी 1998 से 2004 तक देश के प्रधानमंत्री थे. उनका स्वास्थ्य खराब होने के साथ ही धीरे-धीरे वह सार्वजनिक जीवन से दूर होते चले गए और कई साल से अपने आवास तक सीमित रहे. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसंबर 1924 को जन्में अटल बिहारी वाजपेयी का एक लंबा समय इस शहर में गुजरा है. पिता पंडित कृष्ण बिहारी वाजपेयी उत्तर प्रदेश के बटेश्वर से मध्य प्रदेश की ग्वालियर रियासत में बतौर टीचर नौकरी लगने के बाद यहीं शिफ्ट हो गए थे. माता-पिता की सातवीं संतान अटल की तीन बहनें और तीन भाई थे.
ऐसे में अटल जी के खराब स्वास्थ्य को लेकर मध्यप्रदेश सहित पूरे देश की जनता में शोक है. एम्स की तरफ से जारी हेल्थ बुलेटिन में बताया गया कि पिछले 24 घंटों में पूर्व प्रधानमंत्री की तबियत ज्यादा बिगड़ गई है और उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है. उनकी यूरिन इंफेक्शन और सांस लेने में तकलीफ की समस्या बढ़ गई है. ऐसे में अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक शहर ग्वालियर में भी उनकी सेहत के लिए दुआएं की जा रही हैं. न्यूज एजेंसी ANI ने ग्वालियर की एक खबर शेयर की है. इस खबर के मुताबिक गर्वमेंट के आयुर्वेदिक कॉलेज के छात्र वाजपेयी की अच्छी सेहत के लिए हवन कर रहे हैं.