मंगल भारत :-विशेष रिपोर्ट आज हम ऐसे शहर के बारे में बात करेंगे जहां नशे का गढ़ बन चुका है यह शहर कभी दिल्ली तक अच्छे नामों से सर्वनाम था लेकिन आज उसके विपरीत हैं मैं बात कर रहा हूं मध्य प्रदेश के सीधी जिले के चुरहट विधानसभा सभा की जहां की राजनीतिक पृष्ठभूमि आज भी बहुत मजबूत है जहां के विधायक विपक्ष के नेता हैं और वहीं कैबिनेट मंत्रालय से पदस्थ है नेता भी हैं उसके बाद भी नशे का खेल चरम सीमा पर है इससे यह साफ सा प्रदर्शित होता है कि नेताओं द्वारा कभी भी जमीनी स्तर पर पहल ही नहीं की क्योंकि नेता का दायित्व बहुत बनता है हर तरह से अपने क्षेत्र के विकास के बारे में जानने का लेकिन इन लोगों के द्वारा विकास तो हुआ नहीं पर अपने गढ़ को नशे का गढ़ बना दिया और बात रही पुलिस की तो उनके कारनामें भी बहुत ही बड़े हैं चाहे वह कोरेक्स वला हो गांजा वाला हो शराब बाला हो सबसे हफ्ते बने हैं और तो कुछ ऐसे पुलिसवाले हैं जो नशे का सेवन नशेड़ियों के
साथ करते हैं आज हमारा युवा नशे की दौड़ में इतना आगे निकल गया है कि जिसकी कोई चरमसीमा ही नहीं है लेकिन इसके लिए जिम्मेदार कौन क्या माता पिता वह स्कूल अध्यापक या जिले का प्रशासन एवं नेता अगर हमारे क्षेत्र के नेताओं का ध्यान एक दिन इस विषय पर पड़ जाए तो पुलिस सक्रियता के साथ कदम उठाते हुए नशे के गढ़ को वही गढ़ बना सके जो पूर्वजों ने सोचा था.