शिवसेना नेता संजय राउत ने उत्तर प्रदेश के डुमरियागंज
में गुरुवार को योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शिवसेना की राजनीति कभी भी नफरत की नहीं रही। जरूर हमारे हाथों में हिंदुत्व का केसरिया और भगवा है, लेकिन हमारे साथ हिंदू, सिख, मुस्लिम, ईसाई भी हैं। राउत ने कहा कि किसके शरीर में किसका खून है, यह 10 मार्च को पता चलेगा। राउत ने कहा कि ये ईस्ट इंडिया कंपनी आपको 10 मार्च के बाद नहीं दिखेगी। यहां से वह हट गई है, समझ लो। यही परिवर्तन का माहौल रहा तो 2024 में यह ईस्ट इंडिया कंपनी दिल्ली से भी भाग जाएगी। वहीं, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, “हमें लगा था कि उत्तर प्रदेश में विकास होने वाला है। यह कैसा बहुमत, जैसे कोई राजा को बहुमत दे, वैसा बहुमत भाजपा को उत्तर प्रदेश में मिला, लेकिन जो भी सपने दिखाए गए वह सपने, सपने ही रह गए सपनों का जुमला बन गया। सपने खरे नहीं उतरे।”
ठाकरे ने कहा, “केंद्र सरकार चुनावों के दौरान राजनीतिक साजिश रच रही है। महा विकास अघाड़ी की सभी पार्टियां एक साथ हैं और लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं। सारे वादे और सपने सिर्फ सपने बनकर रह गए। वे ‘जुमला’ बन गए। बीजेपी सिर्फ लोगों को डराती है। वे कहते हैं ‘ये खतरे में है, वो खतरों में है’। लेकिन कोई भी खतरे में नहीं हो सकता, यह भगवान राम की भूमि है।” दूसरी तरफ, केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने यूपी के बहराइच में चुनावी सभा को संबोधित किया। शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सीएम योगी ने ऐसे शासन चलाया है कि दूरबीन लेकर भी कोई बाहुबली दिखाई नहीं पड़ता, हर जगह पर बजरंग बली ही दिखाई पड़ते हैं। उन्होंने कहा, “पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे चरण में सपा, बसपा का सूपड़ा साफ हो गया है, चार चरणों में 300 से ज्यादा सीटों के साथ भाजपा की जीत की नींव डाली है। पांचवें चरण में इस मजबूत नींव पर एक मजबूत इमारत बनाने का काम करना है।”