भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं- बारहवीं परीक्षा के कई पेपरों में ढेरों गलतियों ने पेपर सेटर, माड्रेटर व प्रश्न पत्र विश्लेषक तक की योग्यता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस पर भी अब तक मंडल द्वारा दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उधर मंडल को अब इन गलतियों के लिए छात्रों को बोनस अंक प्रदान करना पड़ रहे हैं।
दरअसल माध्यमिक शिक्षा मंडल में दसवीं-बारहवीं के पेपर के कई सेट बनते है। यह भी तीन स्तर पर बनते है। इसमें पेपर सेटर, माड्रेटर व प्रश्न पत्र विश्लेषक होता है। पेपर सेटर द्वारा पेपर बनाया जाता है। इसमें कोई गलती नहीं हो, तो माड्रेटर इसे चैक करता है। इसके बाद प्रश्न पत्र विश्लेषक द्वारा चैक किया जाता है। बावजूद इसके गणित के पेपरों में इतनी संख्या में गलती निकलना इनकी योग्यता पर प्रश्न चिन्ह लगाता है। इन दोनों ही कक्षाओं की अब तक लगभग आधी परीक्षाएं हो चुकी हैं। शुरुआत में जिन विषयों की परीक्षाएं हो चुकी है उनके मूल्यांकन का काम अब शुरू हो गया है। मूल्यांकन के पहले चरण में 28 फरवरी तक हो चुके पेपरों की कॉपियां चैक की जा रही हैं। पहले चरण के कई पेपरों में गलती निकली है। इनमें सर्वाधिक गलतियां दसवीं के गणित पेपर में है। अब इन गलतियों के लिए मंडल द्वारा छात्रों को बोनस अंक देन पड़ रहे हैं। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की 17 फरवरी से शुरू हुई दसवीं-बारहवीं की परीक्षा का मूल्यांकन शनिवार से जिला स्तर पर समन्वयक संस्था में शुरू किया गया है।
दसवीं गणित के आधा दर्जन प्रश्नों में गलती
दसवीं-बारहवीं के कुछ पेपरों में इस बार भी गलतियां निकली हैं। इसमें सबसे ज्यादा गलतियां दसवीं के गणित के पेपर में है। दसवीं गणित के प्रश्न-पत्र में प्रश्न क्रमांक एक (1), प्रश्न क्रमांक 2 (4), प्रश्न क्रमांक 2 (5), प्रश्न क्रमांक 4 (1), प्रश्न क्रमांक 4 (2) गलत है। इन प्रश्नों को विद्यार्थियों को हल करने का प्रयास किया होगा, तो उन्हें निर्धारित अंक प्रदान किए जाएंगे। जबकि दसवीं के प्रश्न क्रमांक 5 (3) में विद्यार्थियों को बोनस का एक अंक दिया जाएगा। इसी तरह बारहवीं के व्यवसाय अध्ययन के प्रश्न पत्र में प्रश्न क्रमांक 1 (6) में सभी विद्यार्थियों को बोनस का एक अंक दिया जाएगा।
बारहवीं के फिजिक्स के पेपर में तीन प्रश्नों में गलती निकली है। इसमें प्रश्न क्रमांक 1 (ई), प्रश्न क्रमांक 2 (2) व प्रश्न क्रमांक 16 में हल करने के प्रयास में छात्रों को निर्धारित अंक दिए जाएंगे। इसमें प्रश्न क्रमांक 16 तीन नंबर का है। बारहवीं के केमेस्ट्री पेपर में प्रश्न क्रमांक 12 के अथवा का प्रश्न पाठ्यक्रम अनुसार नहीं पूछा गया है। इसी पेपर में प्रश्न क्रमांक 17 का अथवा का (2) गलत है। इन प्रश्नों को हल करने के प्रयास में विद्यार्थियों को निर्धारित अंक प्रदान किए जाएंगे।
मई में आएगा परीक्षा परिणाम
मूल्यांकन का पहला चरण अभी जारी है। दूसरा चरण पंद्रह मार्च से शुरू होगा। कॉपियों के मूल्यांकन के अंक इस बार ऑनलाइन भेजे जा रहे हैं। इससे माध्यमिक शिक्षा मंडल को रिजल्ट बनाने में देरी नहीं होगी। मंडल द्वारा अप्रैल के अंतिम सप्ताह या मई के प्रथम सप्ताह में रिजल्ट घोषित करने की तैयारी है। मूल्यांकन केंद्र के अंदर एक बार प्रवेश करने के बाद शिक्षक को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। इसके अलावा कॉपियों की चैकिंग आदर्श उत्तर के अनुसार होगी। छात्र को हर स्टेप के नंबर देना होंगे। माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा में करीब तीस हजार शिक्षक करीब 18 लाख विद्यार्थियों की एक करोड़ कापियों का मूल्यांकन करेंगे। इसमें बारहवीं की कापी जांचने का काम प्राथमिकता से किया जाएगा।