एक राष्ट्र एक मूल्य के आधार पर बिकेगी किसान की उपज

सबसे पहले आपके पास आपके साथ

मंगल भारत मंडला। करीब साल भर पहले कृषि उपज मंडी को राष्ट्रीय कृषि बाजार में शामिल कर लिया गया। ऑनलाइन खरीदी बिक्री यहां से की जा सकेगी। राष्ट्रीय कृषि बाजार के तहत ऑनलाइन व्यापार के लिए शासन ने 30 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की थी। लेकिन मंडी बोर्ड से राशि न मिलने से करीब एक साल से कार्य आगे नहीं बढ़ सका। अब राशि मिल जाने से इस दिशा में कदम उठाए गए हैं। लैब व अन्य उपकरण के लिए टैंडर काल कर दिए गए हैं। वर्क आर्डर किया जाना है। जिसके बाद ही आगे प्रक्रिया बढ़ सकेगी। मार्च के अंदर कृषि मंडी से ऑनलाइन व्यापार शुरू हो जाएगा। जिससे किसानों और व्यापारियों दोनों को फायदा होगा। इसके लिए दोनों को ही पंजीयन कराना होगा।

जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया

गत दिवस इस संबंध में व्यापारियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। बताया गया कि राष्ट्रीय कृषि बाजार से जुड़कर कोई भी कृषि उपज मंडी राष्ट्रीय व्यापार में नेटवर्क में भाग ले सकता है। किसान जब स्थानीय स्तर पर अपने उत्पाद बेचने के लिए मंडी में लाते हैं तो उन्हें स्थानीय व्यापारियों के साथ साथ इंटरनेट के माध्यम से देश के अन्य राज्यों में स्थित व्यापारियों को भी अपने माल बेचने का विकल्प व्यवस्था रहेगी। जहां अच्छे दाम मिलेंगे वहां बेचने के लिए किसान स्वतंत्र होगा। इसके लिए कृषि उपज मंडी में व्यापारियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया गया।

किसानों को मिलेगा लाभ

मंडी सचिव एलएन दाहिया ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि बाजार एक ऐसी व्यवस्था है। जिससे जुड़े हर व्यक्ति को लाभ होगा। किसान को राष्ट्रीय बाजार के माध्यम से कृषि उत्पाद के विक्रय पर अधिक दाम मिलने की संभावना है। स्थानीय व्यापारियों को अपने ही प्रदेश के अन्य भागों में तथा अन्य राज्यों में कृषि उत्पाद बेचने के अवसर मिलेंगे।

इन उपकरणों की होगी खरीदी

कम्प्यूटर सिस्टम, लेपटॉप, लैब सामग्री, प्रोजेक्टर, एलसीडी और 15 सीसीटीवी कैमरा राष्ट्रीय बाजार सिस्टम लागू करने स्थापित किए जाएंगे। एक लैब होगी। जहां पर किसान द्वारा लाए उत्पाद की गुणवत्ता की टेस्टिंग होगी। जिसके बाद ग्रेड दिया जाएगा।उस ग्रेड के आधार पर व्यापारी माल खरीद सकेंगे।

अभी गोदाम में बनाई जाएगी लैब

फिलहाल कृषि उपज मंडी प्रांगण में अस्थाई तौर पर लैब शुरू कि जाएगी। 500एमटी के बने गोदाम को इसके लिए तैयार किया गया है। उपकरणों की खरीद के बाद यहां पर अस्थाई तौर पर काम राष्ट्रीय बाजार का शुरू किया जाएगा।

राष्ट्रीय बाजार के ये हैं फायदे

-व्यापारी एक लायसेंस लेकर प्रदेश के सभी बाजारों से खरीद फरोख्त कर सकता है।

-देशभर की विभिन्न तरह की कमोडिटीज की वास्तविक समय में जानकारी होगी।

– ऑनलाइन भुगतान की सुविधा

– इलेक्ट्रानिक ट्रेडिंग सिस्टम खरीददारों को सही समय में बोली लगाने का अवसर देता है। वे मंडी में मौजूद न हो तो भी अवसर रहता है।

– राष्ट्रीय स्तर पर कोई भी व्यापारी ऑनलाइन खरीदेगा।

– 24 घंटे के अंदर खाते में राशि किसान के खाते में आ जाएगी।

– जब किसान के खाते में राशि नहीं जाएगी। तब तक मंडी से माल नहीं उठेगा। जिसकी जवाबदारी मंडी समिति स्वयं लेगी।

———-

एक राष्ट्र एक मूल्य में बिकेगा किसान का माल। इसके कृषि मंडी में तैयारियां की जा रही है। इच्छुक किसान अपना पंजीयन करालें। जिससे उन्हें योजना का लाभ मिल सके। यह पंजीयन हमेशा के लिए रहेगा।

-एलएन दाहिया, मंडी सचिव, मंडला।

राष्ट्रीय कृषि बाजार के लिए मंडी बोर्ड से 30 लाख रूपए मिले