प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा संगठन ने युवा मोर्चा को पूरी तरह से ताक पर रख दिया। खास बात यह है कि इस दौरान पार्टी के संगठन के सहयोगी संगठनों को भी कोई तबज्जो नहीं दी गई है, जिसकी वजह से युवा मोर्चा के साथ ही तमाम सहयोगी संगठनों में भी जमकर नाराजगी है। प्रदेश में यह हालात तब हैं जब कि उसकी मुख्य विराधी पार्टी कांग्रेस ने अपनी यूथ विंग के वर्तमान
अध्यक्ष के साथ ही तीन पूर्व अध्यक्षों को भी टिकट दिया है। यही नहीं एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष को भी चुनाव लड़ाने का फैसला किया गया है। भाजपा नेताओं की इस मनमानी से युवा मोर्चा में जमकर नाराजगी है। इस उपेक्षा से संगठन के कुछ पदाधिकारी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्दलीय पर्चा दाखिल कर अधिकृत प्रत्याशियों को सबक सिखाने की तैयारी मे जुट गए हैं।
कुछ सीटों पर नहीं हुआ निर्णय….
युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप मौर्य इंदौर-3 से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं, लेकिन यहां भाजपा के बड़े नेताओं के साथ ही नेतापुत्र का भी नाम है। मौर्य ने निर्दलीय पर्चा भरने की तैयारी शुरू कर दी है। उधर, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पाण्डे जबलपुर पश्चिम से टिकट मांग रहे हैं, लेकिन पार्टी ने उन पर भी भरोसा नहीं जताया है।
युवा मोर्चा से टिकट दावेदार….
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धीरज पटेरिया, अंशुल तिवारी, भानू भूरिया- झाबुआ जिला अध्यक्ष, अरविंद पटेरिया- राजनगर से दावेदार, विनीत यादव-भानपुरा, प्रज्ञा त्रिपाठी- सिरमौर, सन्नी भाटिया- बड़वाह से टिकट मांग रहे हैं, लेकिन इनमें से कुछ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा के बाद उनका पत्ता कट गया है। तो कुछ की आस बाकी है।
महिलाओं की भी कम हिस्सेदारी….
भाजपा ने पहली सूची में 16 महिलाओं को टिकट दिए हैं। इसमें महिला मोर्चा कोटे से दो को प्रतिनिधित्व मिला है। जैतपुर से मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष मनीषा सिंह को और बैहर से मोर्चा जिला अध्यक्ष अनुपमा नेताम को टिकट दिया है। महिला मोर्चा ने भी संगठन पदाधिकारियों से अगली सूची के लिए कुछ जिताऊ महिला पदाधिकारियों के नाम दिए हैं।