प्रदेश में अब चुनावी प्रचार अब पूरा जोर पकड़ चुका है। दोनों प्रकमुख दल भाजपा व कांग्रेस कमजोर गढ़ों को तलाश कर उन्हें मजबूत करने के लिए तमाम प्रयासों में लगी हुई हैं। इस दौरान कांग्रेस पुरानी भूलों से सबक लेते हुए कोई भी कमी नहीं छोडऩा चाहती है।यही वजह है कि इस बार कांग्रेस नेताओं द्वारा हर कदम सोच समझ कर उठाया जा रहा है। दरअसल कांग्रेस ने अपनी पिछली भूलों से यह सबक लिया है। कुछ माह पूर्व गुजरात व
कर्नाटक में पार्टी ने कुछ गलतियां की थी जिसकी वजह से उसे नुकसान उठाना पड़ा था। पार्टी अब इनसे सबक ले चुकी है। यही वजह है कि कांग्रेस ने इस बार मतदान होने तक पूरा जोर लगाने की रणनीति तैयार की है। हालांकि इस बार के घोषणा पत्र में शामिल किए गए संघ के मामले में पार्टी का दांव उलटा पड़ गया है। जिसकी वजह से अब पार्टी हर कदम फूंक-फूंक कर उठा रही है। यही वजह है कि अब पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पार्टी पदाधिकारियों के लिए एक पत्र जारी किया है , जिसमें कुछ बिंदुओं का पालन करने का आग्रह किया गया है।
नाराज जनता देगी कांगे्रस का साथ
कांग्रेस मीडिया सेल की चेयरमैन शोभा ओझा का कहना है कि कांग्रेस पूरी दम के साथ प्रचार अभियान में उतरी है, जनता की नाराजग़ी का फायदा कांग्रेस को मिलेगा। उन्होंने कहा कि जनता एक साल से मन बना चुकी है कि बीजेपी की सरकार को उखाड़ फेंकना है। कांग्रेस आखिरी दिन तक प्रचार करेगी ताकि इस सरकार को सत्ता से बेदखल किया जा सके।
राहुल के दौरे से भाजपा को फायदा
बीजेपी के प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया का कहना है कि एक मात्र पंजाब में कांग्रेस ने राहुल गांधी को घुसने नहीं दिया जिसके चलते वो जीतने में कामयाब हुए। जहां भी राहुल गांधी जाएंगे कांग्रेस हार जाएगी। वहीं बीजेपी प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया का कहना है कि कांग्रेस अपना घर देखे, पंजाब में कांग्रेस ने राहुल को आने नहीं दिया तो जीत गए, राहुल जहां जाते हैं वहां कांग्रेस हार जाती है।
यह बरती जा रही सावधानी
1- संघ का मामला उछलने के बाद कांग्रेस मुद्दों को लेकर सावधानी बरत रही है
2- कांग्रेस इस बार आखिरी दिनों तक प्रचार अभियान को जारी रखेगी
3- कांग्रेस ने गुजरात और कर्नाटक में आखिरी दिनों में प्रचार धीमा कर दिया था
4- कांग्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात और कर्नाटक में आखिरी कुछ घंटों में बीजेपी ने पूरी ताकत लगा दी