प्रदेश में बीते डेढ़ दशक से सत्ता की मलाई खाने वाली भाजपा संगठन के सामने इस बार विधानसभा चुनाव में पार्टी के ही बागियों ने मुश्किल खड़ी कर दी है। इसके चलते इस बार पार्टी की सत्ता में फिर से वापसी की आशा धुमिल होती दिख रही है। यही नहीं इस बार पार्टी कार्यकर्ताओं में पुरानी चुनावी उत्साह भी नहीं दिख रहा है। इससे परेशान संगठन ने अब संघ के विस्तारकों को मैदान में उतारा है। ऐसे विस्तारकों की संख्या करीब एक सैकड़ा बताई जा रही है। यह विस्तारक देश के अलग-अलग चार प्रदेशों से बुलाए गए हैं। इन संघ विस्तारकों को
बूथ मैनेजमेंट से लेकर मैदानी रिपोर्ट तैयार करने का काम सौंपा गया है। इन सभी की तैनाती करने के पहले दो दिन पूर्व राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में संघ विस्तारकों को टिप्स दिए। रामलाल सीधे बोले- ऐसे काम करो कि विधानसभा में इतनी बड़ी जीत हो कि विरोधियों में डर बैठ जाए और 2019 का रास्ता भी साफ हो जाए। इस दौरान रामलाल ने कहा कि कार्यकर्ता यदि नाराज हैं तो उनके नखरे सहन किए जाएं। हमें नाराज नहीं होना है। जो नाराज हैं, उन्हें बुलाओ और मनाओ। अब सिर्फ 10-12 दिन का चुनाव बचा है। इसमें लड़ाई नहीं होना चाहिए। प्रत्याशियों को घूमने दो, बस वे संसाधनों की पूर्ति करेंगे। बाकी काम आप लोग करो।
ये भी दिए निर्देश
अब हर दिन समीक्षा होगी। हर दिन फीडबैक रिपोर्ट ली जाएगी।
पड़ोसी राज्यों में जो लोग चुनाव लड़ चुके लोगों को बुलाया जाए।
प्रत्येक बूथ तक सामग्री पहुचांओ। सोशल प्रभारी प्रत्याशी की जानकारी वायरल करें।
5 दिन में 20 वीडियो डालो।
आंदोलनों को छोड़ो और विकास की बात करके माहौल बनाओ।