मध्यप्रदेश के सट्टाबाजार में करवट बदल रही है सियासत की हवा, जानें कौन है भारी

मध्यप्रदेश के सट्टाबाजार में करवट बदल रही है सियासत की हवा, जानें कौन है भारी.

नई दिल्ली।मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रण तैयार हो चुका है। चाय की दुकान से लेकर राजनीति के शीर्ष तक के लोगों पर चुनावी मौसम का खुमार सर चढ़कर बोल रहा है। रण की स्थिति काफी रोचक बनी हुई है। हर किसी की जुबान पर सिर्फ एक ही सवाल है कि प्रदेश में बीजेपी या कांग्रेस। चाहे खेल का मैदान हो या सियासी जंग इस तरह का रोमांच बनते ही सट्टा बाजार में भी माहौल गर्म हो जाता है। इसी तरह कुछ एमपी में हालात देखने को मिल रहे हैं। बताया जा रहा है कि फिलबाल हवा बीजेपी की तरफ से हटकर कांग्रेस के पाले में जाती हुई दिख रही है।

सूबे में बीते 15 साल से भारतीय जनता पार्टी सत्ता के सिंहासन पर आरुढ़ है। जिसके चलते अब वह चौथी बार फिर सरकार में आने के लिए कमर कस चुकी है। वहीं दूसरी और लंबे समय से सत्ता के दरवाजे खोलने का प्रयास कर रही कांग्रेस पार्टी भी इस बार मौके को हाथ से नहीं निकलने देना चाहती है। हालांकि रिपोर्ट्स के मुताबिक खबर आ रही है कि सट्टाबाजार में इस बार कांग्रेस पर दाव खेला जा रहा है।

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मध्यप्रदेश में कुछ दिनों पहले तक सट्टाबाजार बीजेपी के पक्ष में दिखाई दे रहे थे। हालांकि फिलहाल हवाओं ने अपना रुख बदलना शुरु कर दिया है। इससे पहले बीजेपी को सटोरियों की पहली पसंद के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन, अब परिस्थितियां बदलती हुई दिखाई दे रही हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक भोपाल का सट्टाबाजार पिछले एक महीने से बीजेपी पर दांल लगा रहा था। इसके बाद वहा समीकरण किस कदर पलटे कोई कह नहीं सकता। सट्टेबाजों का कहना है कि पहले ऐसा था कि अगर कोई सख्श बीजेपी पर 10 हजार रुपये का सट्टा लगाता है तो उसे 11 हजार रुपये मिलते, इसके विपरित अगर कांग्रेस पर 4400 रुपये लगाता है तो इसके बदले उसे दस हजार वापसी मिलेंगे।

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हालांकि अब हालात बदल गए हैं। फिलहाल सटोरियों का कहना है कि अभी कौन सी पार्टी सरकार बनाएगी इस बात पर दाव नहीं लगाया जा रहा है बल्कि किस पार्टी की कितनी सीटें आएंगी इस पर दांव आजमाया जा रहा है। इसकी वजह बतायी जा रही है कि प्रदेश में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता हुआ नहीं दिख रहा है। सटोरिया अंदाजा लगा रहे हैं कि शायद बहुमत से दोनों ही पार्टी दूर रह जाएं।

वैसे मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि सट्टा बाजार कांग्रेस की तरफ झुका हुआ है। राज्य की 230 विधानसभाओं पर चुनाव होने हैं। जिसमें कांग्रेस को 116 से ज्यादा और बीजेपी को 102 सीटें मिलने की उम्मीद जता रहा है।

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गौरतलब है कि इसके अलावा राजस्थान, छ्त्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में भी चुनाव होने हैं। जिसमें सट्टा बाजार के मुताबिक राजस्थान में साफ तौर पर कांग्रेस की सरकार बन रही हैा। तो छत्तीसगढ़ में इसको लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं है। आपको बता दें कि भारत में सट्टाबाजार गैर कानूनी माना जाता है। इसके बावजूद यह चुनाव के वक्त काफी सक्रिय हो जाता है।