11 विधायक कांग्रेस सरकार के खिलाफ, बढ़ सकती है मुश्किलें नवनिर्वाचित सी एम कमलनाथ की.

बढ़ सकती हैं नवनियुक्त CM कमलनाथ की मुश्किलें, 11 विधायक कांग्रेस सरकार के खिलाफ

बढ़ सकती हैं नवनियुक्त CM कमलनाथ की मुश्किलें, 11 विधायक कांग्रेस सरकार के खिलाफ

भोपाल/दिल्ली। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद को चले घमासान के बाद शनिवार को दिल्ली से बड़ी खबर आई है। वहां सिंधिया के बंगले के बाहर उनके समर्थक 11 विधायकों ने हंगामा कर दिया। वे सिंधिया को मुख्यमंत्री नहीं बनाने से नाराज थे। इसके साथ ही वे नारे लगा रहे थे कि सिंधिया को अब मध्यप्रदेश का कांग्रेस अध्यक्ष बनाना चाहिए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने धमकी भी दी है कि यदि सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया जाता है तो 11 विधायक सरकार के खिलाफ वोट कर देंगे। इस धमकी के बाद कांग्रेस खेमे में हलचल मच गई है। उधर, राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नामों को फाइनल करने में व्यस्त हैं। इस बीच सिंधिया के बंगले पर हंगामा चल रहा है। हंगामा करने वाले विधायकों में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के विधायक शामिल हैं। इसमें डबरा से इमरती देवी, ग्वालियर पूर्व से विधायक मुन्नालाल गोयल, ग्वालियर शहर से प्रद्युमन सिंह तोमर भी मौजूद हैं।

मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री चयन के लिए पहले ही काफी देर तक खींचतान चलती रही, इसके बावजूद सिंधिया को मुख्यमंत्री नहीं बनाने से नाराज उनके समर्थक 11 विधायक शनिवार को सिंधिया के बंगले पर पहुंच गए। उन्होंने वहां नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा कर रहे 11 विधायकों ने कहा है कि सिंधिया को मुख्यमंत्री नहीं बनाया, इससे हम नाराज हैं। विधायकों ने मांग की है कि सिंधिया को मध्यप्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। उन्होंने धमकी भी दी कि यदि सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया तो सिंधिया 11 विधायक कांग्रेस के खिलाफ वोट कर देंगे।

राजनीति गर्माई
इधर, सिंधिया समर्थकों की नाराजगी के बाद कांग्रेस नेताओं ने उन्हें समझाने की काफी कोशिश की। गुस्साए विधायक काफी देर तक नारेबाजी कर रहे थे।

पहले भी किया था हंगामा
इससे पहले कांग्रेस की जीत के बाद मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद को लेकर कमलनाथ और सिंधिया में से किसी एक का नाम तय किया जाना था। लेकिन, कमलनाथ का नाम फाइनल कर दिया गया। इससे नाराज सिंधिया समर्थकों ने भोपाल में भी कांग्रेस कार्यालय पर नारेबाजी की थी।

सिंधिया समर्थकों से खाली कराए कमरे
इससे पहले जब कमलनाथ के नाम की घोषणा विधायक दल में होने वाली थी, तभी सिंधिया समर्थक प्रदेश कार्यालय के सामने नारे लगा रहे थे कि बस करो शिवराज हमारे मुख्यमंत्री तो महाराज।