शिव की लाडली लक्ष्मी के मुकाबले…अब….कांग्रेस उतारेगी लड़की हूं लड़ सकती हूं

  • 14 जनवरी मकर संक्रांति पर्व से प्रदेश महिला कांग्रेस करेगी अभियान की शुरूआत
  • भोपाल/मंगल भारत. मनीष द्विवेदी। महत्वाकांक्षी लाडली लक्ष्मी योजना के सहारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के हर घर में अपनी पैठ जमाई है, अब उसको टक्कर देने कांग्रेस लड़की हूं लड़ सकती हंू अभियान शुरू करने जा रही है। प्रदेश महिला कांग्रेस इस अभियान की शुरूआत 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व से शुरू करने जा रही है। इस अभियान के माध्यम से कांग्रेस महिलाओं को आकर्षित करेगी, ताकि आधी आबादी पर तक उसकी पहुंच आसानी से हो जाए। ज्ञात हो कि इस अभियान के माध्यम से कांग्रेस महिलाओं के बीच पार्टी का आधार मजबूत करने का काम करेगी। दरअसल, वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रदेश में पांच करोड़ 36 लाख मतदाता हैं। इनमें दो करोड़ 58 लाख 26 हजार 293 महिला मतदाता हैं।
    गौरतलब है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2007 में लाडली लक्ष्मी योजना शुरू की थी। इस योजना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता में जबरदस्त उछाल आया है। वहीं उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा चलाए जा रहे लड़की हूं लड़ सकती हूं अभियान को मिल रही सफलता को देखते हुए अब इसे मप्र में भी चलाया जाएगा। पार्टी को उम्मीद है कि इस अभियान के माध्यम से पार्टी और मजबूत होगी।
    योजनाओं का दिलाया जाएगा लाभ
    प्रदेश में लड़की हूं लड़ सकती  हूँ अभियान के तहत आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए स्वरोजगार से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा। जायसवाल ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जो योजनाएं चलाई जा रही हैं, उसका लाभ वे कैसे ले सकती हैं, इसकी जानकारी दी जाएगी। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने के लिए शिविर भी लगाएंगे। महिला शिक्षा बेहद जरूरी है क्योंकि शिक्षित महिला पूरे परिवार को दिशा देने का काम करती है। इसके लिए उन्हें जागरूक किया जाएगा। बच्चियों को शिक्षा दिलाने के लिए जो भी सहयोग चाहिए होगा, वो उपलब्ध कराया जाएगा। जिला स्तर पर अभियान संचालित करने के बाद इसका विस्तार  विकासखंड और मतदान केंद्र स्तर पर किया जाएगा।
    अधिकारों के प्रति जागरूक करने अभियान
    महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अर्चना जायसवाल का कहना है कि अभियान की शुरुआत 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व से एक साथ सभी जिला मुख्यालयों पर की जाएगी। इसमें महिलाओं को आर्थिक तौर पर स्वावलंबी बनाने के साथ अधिकारों के प्रति सजग किया जाएगा। स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार सहित अन्य विषयों की जानकारी दी जाएगी। जिले के बाद यह अभियान विकासखंड और फिर मतदान केंद्र स्तर पर भी संचालित होगा। जायसवाल ने बताया कि राजनीतिक तौर पर महिलाओं को सशक्त करने के कार्यक्रम संगठन द्वारा लगातार चलाए जाते हैं। अब उन्हें अधिकारों के प्रति जागरुक करने के लिए लड़की हूं, लड़ सकती हूं, अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत महिलाओं को दिए गए कानूनी अधिकारों की जानकारी देकर जागरुक किया जाएगा।