भोपाल.मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। मप्र में बीते साल
शुद्ध हवा के मामले में झाबुआ ने बाजी मारी है , जबकि सिंगरौली जिला सर्वाधिक फिसड्डी साबित हुआ है। यह खुलासा हुआ है मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी की गई रिपोर्ट से। इस वार्षिक रिपोर्ट में बताया गया है कि बीते साल जब कोराना की वजह से हाल बेहाल थे , उस समय प्रदेश में झाबुआ की हवा सबसे साफ रही। इस दौरान झाबुआ का एक्यूआई 42.71 दर्ज किया गया, जबकि इसी दौरान सिंगरौली 169.40 एक्यूआइ के साथ सबसे प्रदूषित वायु वाला जिला रहा। प्रदेश के सभी 52 जिलों में प्रदूषण के मामले में राजधानी भोपाल को 10वें स्थान पर रखा गया है। भोपाल की वायु गुणवत्ता मध्यम (मॉडरेट) बताई गई है। यह रिपोर्ट पीएम-10 एयर क्वालिटी इंडेक्स के नाम से जारी की गई है। इसमें 12 जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स मॉडरेट श्रेणी में बताई गई है। भोपाल में बीते साल एक्यूआई 105.56 रहा। मप्र पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार यह रिपोर्ट सालाना औसत के आधार पर तैयार की गई है। इसमें लाइव एवं मैनुअल दोनों तरह से आंकड़े शामिल किए गए हैं। बताया जाता है कि 0-50 को गुड , 51-100 को सैटिसफैक्टरी , 101-200 मॉडरेट, 201-300 को पुअर, 301-400 को वेरी पुअर और 401-500 सीवियर माना जाता है।
3दर्जन जिलों में हालात संतोषजनक
रिपोर्ट के अनुसार झाबुआ के अलावा बड़वानी और अलीराजपुर की हवा सबसे शुद्ध पायी गई है। यहां एक्यूआई 42.71, 49.84 और 50.82 दर्ज किया गया। 35 जिलों की हवा संतोषजनक दर्ज की गई। इसमें अशोकनगर, सीधी, शहडोल आदि शामिल हैं। एमपीसीपीसीबी भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन समेत 14 शहरों की लाइव मॉनिटरिंग करता है।शुद्ध हवा में झाबुआ ने मारी बाजी, सिंगरौली रहा सर्वाधिक फिसड्डी