सुबह दस बजे से आने लगेंगे पहले चरण की मतगणना के रुझान 133 निकायों का होगा फैसला
-133 निकायों का होगा फैसला.
भोपाल.मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। प्रदेश में पहले चरण के तहत जिन नगरीय निकायों में मतदान हुआ था, उनके मतों की गिनती कल यानी कि रविवार 17 जुलाई को हो रही है। अब मतगणना शुरू होने में महज महज 24 घंटे से भी कम का समय बचा है। ऐसे में तमाम प्रत्याशी आज मंदिरों में मत्था टेककर अपनी जीत की कामना करते देखे जा रहे है। पहले चरण की मतगणना से यह अंदाज लग जाएगा की शहरों की सत्ता किसके पास रहने वाली है। इस पहले चरण में भोपाल समेत 133 निकायों में मतगणना होगी। इस दौरान सुबह 9 बजे पहले निर्वाचन कर्तव्य मतपत्रों की गिनती शुरू होगी। इसके आधा घंटे बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू की जाएगी। इस दौरान जरुरत पड़ने पर दोनों प्रकार के मतों की गिनती समानान्तर रूप से की जाएगी। जानकारी के मुताबिक नगर निगम क्षेत्रों में मतगणना के दौरान प्रत्येक गणना टेबल पर महापौर व पार्षद पद के हर प्रत्याशी का केवल एक-एक गणना अभिकर्ता ही मौजूद रह सकेगा। इस पहले चरण पर सभी की निगाहें अधिक लगी हुई हैं। इसकी वजह है पहले चरण में हुआ कम मतदान। इसकी वजह से राजनैतिक पंडितों के साथ ही दोनों दलों के सियासी समीकरण पहले ही बिगड़ चुके हैं। कम मतदान से किसे फायदा और किसे नुकसान होगा यह कहना अब तक मुश्किल बना हुआ है। यह बात अलग है की इस मामले में भाजपा व कांग्रेस दोनों के अपने-अपने दावे और प्रतिदावे हैं। किसके दावों में कितना दम है इसका भी खुलासा कल मतगणना के बाद हो जाएगा। कल जिन निकायों में मतगणना की जा रही है उसमें पहले चरण के मतदान वाले 11 नगर निगम भी शामिल हैं। इनमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, छिंदवाड़ा, उज्जैन, सागर, सिंगरौली, सतना, बुरहानपुर और खंडवा शामिल हैं। इसके अलावा 36 नगर पालिका और 86 नगर परिषदों की मतगणना भी की जाए रही है।
कांग्रेस ने मनाया जश्न
इंदौर नगर निगम चुनाव की मतगणना से पहले ही कांग्रेस जीत ने जश्न मना लिया है। इसके तहत कांग्रेस ने अपने बूथ एजेंट से लेकर मेयर प्रत्याशी तक के लिए एक निजी गार्डन में महाभोज का आयोजन किया जिसमें करीब 10 हजार कार्यकर्ता शामिल हुए। दरअसल मतगणना के पहले ही कांग्रेस अपने मेयर प्रत्याशी संजय शुक्ला को जीता हुआ मानकर चल रही है। यही वजह है कि जीत का जश्न मनाने के लिए कांग्रेस ने कार्यकर्ता मिलन समारोह एवं महाभोज का आयोजन कर डाला। जिसमें बूथ एजेंट,काउंटिंग एजेंट से लेकर पार्टी के सभी पार्षद प्रत्याशी महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, ब्लॉक और मंडलम अध्यक्ष, कांग्रेस सेवादल, एनएसयूआई,आईटी सेल समेत महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, विधायक जीतू पटवारी, विशाल पटेल, राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल शामिल हुए। कहा यह जा रहा है की यह भोज कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नगर निगम चुनाव में उनकी मेहनत का धन्यवाद देने के लिए रखा गया।
भाजपा ने कसा तंज
कांग्रेस के इस जश्न को लेकर बीजेपी तंज कस रही है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा का कहना है कि ये अच्छा है कि समय रहते कांग्रेस भोज कर ले, नहीं तो कभी- कभी आनंद और मंगल के भोज मातम में बदल जाते हैं। इसलिए अच्छा है कि समय रहते उन्होंने भोज का आयोजन कर लिया।
बाद में भोज करने की कोई गुंजाइश इंदौर शहर के मतदाता उन्हें देते दिखाई नहीं दे रहे हैं। जहां तक 2023 के चुनाव की तैयारी की बात है। उनके कार्यकर्ताओं के जोश की हवा तो 17 जुलाई की शाम को ही निकल जाएगी,जब मतगणना के बाद उनके महापौर प्रत्याशी और कार्यकर्ता मतगणना स्थल से मुंह लटकाए निकलेंगे। उसके बाद कांग्रेस की सारी तैयारियां और हवाई किले ध्वस्त हो जाएंगे।
इस तरह से की जाएगी मतणना
पार्षदों और महापौर के प्रत्याशियों की गिनती एक साथ ही शुरू होगी। जहां 23 बूथ से कम हैं, वहां एक टेबल पर और जहां इससे अधिक बूथ हैं, वहां पर दो टेबल पर ईवीएम मशीन से गिनती की जाएगी। महापौर के लिए कम से कम 13 और अधिकतम 24 राउंड होंगे। इसके लिए 133 टेबल भोपाल में लगाई गई है। बिना कार्ड के किसी को भी मतगणना स्थल पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। बताया जा रहा है की पार्षद पदों की मतगणना एक से लेकर दो राउंड में ही पूरी हो जाएगी जिसकी वजह से पार्षद पद के परिणाम शुरूआती दो घंटे में ही आ जाएंगे, जबकी कई जगह महापौर पद के लिए शाम तक का इंतजार करना पड़ सकता है।
कांग्रेस ने बनाए मतगणना प्रभारी
नगरीय निकाय चुनाव की मतगणना दो चरणों में 17 और 20 जुलाई को होगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने मतगणना के लिए वरिष्ठ नेताओं की तैनाती की है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भोपाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी इंदौर, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ग्वालियर और राज्य सभा सदस्य विवेक तन्खा जबलपुर में मौजूद रहकर मतगणना व्यवस्था पर नजर रखेंगे। वहीं, प्रदेश कांग्रेस कार्यालय स्थित कंट्रोल रूप में संगठन महामंत्री राजीव सिंह, चुनाव कार्यों के प्रभारी जेपी धनोपिया मौजूद रहेंगे। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने बताया कि मतगणना में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इस पर नजर रखने के लिए जिला प्रभारियों को प्रत्याशियों के साथ मौजूद रहने के लिए कहा गया है। इसके अलावा वरिष्ठ नेताओं को पूरी व्यवस्था पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी है। सागर में पूर्व मंत्री मुकेश नायक, छिंदवाड़ा में सुखदेव पांसे, सिंगरौली में कमलेश्वर पटेल, उज्जैन में बाला बच्चन, खंडवा में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, बुरहानपुर में सज्जन सिंह वर्मा, मुरैना में डॉ.गोविन्द सिंह, कटनी में तरुण भनोत और लखन घनघोरिया, रीवा में कमलेश्वर पटेल, देवास में सज्जन सिंह वर्मा, रतलाम में कांतिलाल भूरिया और प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.विक्रांत भूरिया को तैनात किया है।
इंदौर में कांग्रेस ने कराया मतगणना पूर्व सर्वे
इंदौर में नगरीय निकाय चुनाव की मतगणना भले ही कम है,लेकिन शहर की सत्ता के लिए कांग्रेस ने अपना सर्वे पहले ही करवा लिया है। उसने सर्वे के आधार पर मेयर समेत 35 से 39 पार्षद जीतने का दावा भी किया है। इस सर्वे के पीछ ेकी जो वजह बताई जा रही है उसके मुताबिक उसे आशंका है कि काउंटिग में गड़बड़ी हो सकती है। सर्वे के आधार पर कांग्रेस का दावा है कि उनकी पार्टी के मेयर कैंडीडेट संजय शुक्ला 35 से 55 हजार वोटों से जीतेंगे। इसी तरह से 85 वार्डों में से उनकी पार्टी के 35 से 39 पार्षद जीतकर आएंगे। जबकि 19 सीटें ऐसी हैं जहां 50-50 फीसदी चांस भाजपा या कांग्रेस के जीतने के हैं। 27 वार्ड में कांग्रेस हार रही है और भाजपा को जीत मिल रही है। सर्वे में बताया गया है कि हालांकि कई जगह निर्दलीय भी टक्कर दे सकते हैं।