बहनों को हर माह मिलेगी रसोई गैस की 490 करोड़ सब्सिडी

सरकार की योजना का फायदा उठाने बढ़ेगी उज्ज्वला कनेक्शनधारियों की संख्या.

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहनों को 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने की योजना शुरू की है। इस योजना के तहत अगर 1.31 करोड़ लाड़ली बहनों को सस्ता सिलेंडर मिलना शुरू हुआ तो सरकार को हर माह 490 करोड़ सब्सिडी देना पड़ेगी। योजना में अभी गैस रिफिल कराने वाली 20 लाख उज्ज्वला गैस कनेक्शनधारी महिलाओं को 60 करोड़ रुपए सब्सिडी दी जाएगी। यदि सभी 82 लाख उज्ज्वला कनेक्शनधारियों को सिलेंडर दिया गया, तो सब्सिडी की राशि बढक़र 246 करोड़ रुपए हो जाएगी।
ऐसे ही लाड़ली बहना की बची हुई 49 लाख हितग्राहियों में से करीब 10 लाख के नाम से ही गैस कनेक्शन है, उन्हें 50 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। यदि योजना में इन सभी 49 लाख महिलाओं को सस्ता सिलेंडर दिया गया, तो सब्सिडी के रूप में 245 करोड़ देना होंगे। खास बात यह है कि इस योजना के दायरे में आने वाली पात्र महिलाओं की संख्या करीब एक करोड़ 31 लाख है, लेकिन फिलहाल लगभग 30 लाख महिलाओं को ही 450 रुपए में सिलेंडर मिलेगा। यह कुल पात्र महिलाओं की संख्या के मुकाबले एक चौथाई से भी कम है। यही वजह है कि सरकार को योजना पर वर्तमान में हर महीने सब्सिडी के बतौर करीब 100 करोड़ रुपए खर्च करना होंगे। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को महीने दर महीने योजना पर सब्सिडी की राशि बढऩे का अनुमान है। इसकी दो वजह हैं। पहला, सस्ता सिलेंडर मिलने पर उज्ज्वला गैस कनेक्शनधारी महिलाओं के गैस सिलेंडर भरवाने की संख्या बढ़ेगी। दूसरा जिन लाड़ली बहनों के नाम अभी गैस कनेक्शन नहीं है, वे अपने नाम पर गैस कनेक्शन कराएंगी। जैसे-जैसे महिलाओं के नाम गैस कनेक्शन बढ़ेंगे, योजना में सब्सिडी के रूप में खर्च होने वाली राशि बढ़ेगी।
अक्टूबर से बढ़ेगी संख्या
दरअसल, प्रदेश में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में हितग्राहियों की संख्या एक करोड़ 31 लाख है। इनमें 82 लाख महिलाएं वे हैं, जो उज्ज्वला गैस कनेक्शनधारी हैं। इनके अलावा बची हुई लाड़ली बहनों की संख्या 49 लाख है। उज्ज्वला योजना की 82 लाख हितग्राहियों में से सिर्फ 20 लाख महिलाएं ही गैस रिफिल कराती हैं, इसलिए उन्हें ही 450 रुपए में गैस सिलेंडर मिलेगा। बची हुई 62 लाख महिलाएं गैस सिलेंडर महंगा होने के कारण गैस रिफिल नहीं कराती हैं। ऐसे ही बची हुई 49 लाख लाड़ली बहनों में से 10 लाख के नाम पर गैस कनेक्शन हैं। इस तरह सरकार को वर्तमान में योजना में सिर्फ 30 लाख महिलाओं को सब्सिडी देना पड़ेगी। खाद्य विभाग के अधिकारियों का कहना है, सरकार तय किया है कि यदि कोई लाड़ली बहन भविष्य में अपने नाम पर गैस कनेक्शन करा लेती है, तो उसे भी योजना का लाभ देते हुए 450 रुपए में गैस सिलेंडर दिया जाएगा।
विभाग का अनुमान है कि अक्टूबर से ही योजना में पात्र महिलाओं की संख्या बढऩा शुरू हो जाएगी। प्रमुख सचिव खाद्य उमाकांत उमराव का कहना है कि योजना के दायरे में सभी 1.31 करोड़ महिलाएं आएंगी। यदि कोई लाडली बहन भविष्य में अपने नाम गैस कनेक्शन कराती है, तो उसे भी 450 रुपए में सिलेंडर दिया जाएगा।
महिला कल्याण की अनूठी पहल
जनसंपर्क एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं की लाड़ली बहना आवास योजना को महिला कल्याण की अनूठी पहल बताया। रीवा जिले में लगभग एक लाख हितग्राहियों को इस नयी आवास योजना से पक्के आवास मिलेंगे। जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना तथा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के हितग्राहियों को अब 450 रुपए में गैस सिलेंडर रिफिल किया जा रहा है। इसके भी आवेदन पत्र भरे जा रहे हैं। सभी आवेदन-पत्र गांव में ही भरे जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना आवास योजना का शुभारंभ किया। जनसंपर्क मंत्री शुक्ल, स्थानीय जनप्रतिनिधि रीवा कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष से कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। कार्यक्रम में रीवा विकासखण्ड के ग्राम दुआरी की हितग्राही आशा साकेत, सीता यादव, बिन्नू साकेत, राजकली यादव तथा शकुंतला यादव के आवेदन पत्र भरवाए गए।