क्या सीएम स्वेच्छानुदान का पूरा रिकॉर्ड जला!

भोपाल/मंगल भारत। भोपाल। राज्य मंत्रालय की पुरानी


बिल्डिंग (वीबी-1) में लगी आग की चपेट में आने से जो हिस्सा पूरी तरह से जला था, उसमें पांचवें माले पर स्थित सीएम स्वेच्छानुदान का पूरा रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया था। साथ ही चार राज्य मंत्रियों को आवंटित कक्ष भी आग की चपेट में आ गए थे।
सबसे ज्यादा नुकसान पांचवी मंजिल पर हुआ है। आग से चौथी और तीसरी मंजिल पर भी नुकसान हुआ था। राज्य मंत्रियों को वीबी-2 और वीबी-3 में नए कक्ष आवंटित कर दिए गए हैं। उधर, इस घटना जांच के लिए बनाई गई कमेटी ने रिपोर्ट तैयार कर ली है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह महज एक दुर्घटना थी और आगजनी की घटना के लिए सीधे तौर पर कोई जिम्मेदार नहीं है। रिपोर्ट में आगजनी में किसी तरह की कोई साजिश की बात नहीं कही गई है।

प्रारंभिक जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई गई थी। रिपोर्ट में भी यही बात कही गई है। साथ ही इसमें भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सामान्य एहतियाती उपाय भी सुझाए गए हैं। सरकार ने मंत्रालय में हुई आगजनी की घटना के लिए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मो. सुलेमान की अध्यक्षता में सात सदस्यीय कमेटी की गठित की थी।
कमेटी को 15 दिन में शासन को जांच रिपोर्ट सौंपना थी। मंत्रालय में आगजनी की घटना के बाद पुराने भवन की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है। बता दें मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना की जांच के आदेश देते हुए 7 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था, यह समिति आग लगने के कारणों, इससे हुई हानि, घटना के लिए जिम्मेदार कारकों और लोगों, आग लगने से इमारत को हुए नुकसान, आगे ऐसी घटना ना हो उसके लिए सुझाव, इन सब बिंदुओं पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट 03 दिन और विस्तृत जांच रिपोर्ट 15 दिन में मुख्यमंत्री के सामने पेश करने को कहा था।