13 जिलों से किसी का नहीं, जबकि रीवा से एक साथ 58 का चयन.
भोपाल/मंगल भारत। प्रदेश के होनहार और पढ़ाई में अव्वल आने वाले छात्रों के लिए संचालित सुपर-100 परीक्षा पर भी अब संदेह के बादल मंडराने लगे हैं। इस परीक्षा के परिणाम बेहद हैरान करने वाले आए हैं। छात्रों व आभिावकों द्वारा परिणाम आने के बाद से ही गड़बड़ी की आंशका व्यक्त की जाने लगी है। दरअसल रीवा जिले में बनाए गए दो परीक्षा केन्द्रों से 58 छात्रों का चयन हो गया है, जबकि तेरह जिले ऐसे हैं , जहां से किसी भी छात्र का चयन इसके तहत नहीं हो पाया है। तीन दिन पहले जारी किए गए परीक्षा परिणाम में रीवा जिले से जिन 58 विद्यार्थियों का चयन हुआ है, उनमें से अधिकतर विद्यार्थी एक ही परीक्षा केंद्र के बताए जा रहे हैं। इस परीक्षा में कुल 304 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। एक ही जिले के एक ही परीक्षा केन्द्र से एक साथ इजने अधिक छात्रों का चयन होने से अभिभावकों ने प्रवेश परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए जांच की मांग करना शुरु कर दी है। दरअसल, इस परीक्षा का आयोजन सात व आठ जुलाई को प्रदेश के सभी जिलों में किया गया था। परीक्षा के लिए कुल 14545 पंजीकृत विद्यार्थियों में से 10796 शामिल हुए थे। इसका परिणाम बीते गुरुवार को घोषित किया गया था। इसमें कुल 304 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। रीवा में मार्तंड स्कूल क्रमांक एक व क्रमांक दो को परीक्षा केन्द्र बनाया गया था। इन्ही दो केन्द्रों से कुल 58 छात्रों का चयन हुआ है यानी रीवा जिले के विद्यार्थियों का चयन कुल विद्यार्थियों की संख्या के मान से काफी अधिक है। इसमें सबसे ज्यादा विद्यार्थी मार्तंड स्कूल क्रमांक-एक के हैं। इसमें भी रीवा जिले के मार्तंड क्रमांक एक के चयनित कुछ विद्यार्थियों के रोल नंबर आगे-पीछे बताए जा रहे हैं।
यह होता है फायदा
इस परीक्षा से चयनित छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग व आवासीय सुविधा दी जाती है । इस परीक्षा का आयोजन राज्य ओपन मुक्त परिषद द्वारा 10वीं के विद्यार्थियों के लिए किया जाता है। प्रवेश परीक्षा में चयनित विद्यार्थियों के लिए कक्षा 11वीं एवं 12वीं में शासकीय सुभाष उत्कृष्ट उमावि भोपाल व शासकीय मल्हराश्रम उमावि इंदौर में प्रवेश दिया जाता है। इन स्कूलों में विद्यार्थियों को जेईई, नीट ब क्लैट की परीक्षा की कोचिंग व आवासीय सुविधा नि:शुल्क रहती है।
चयन प्रक्रिया…
इस योजना के तहत छात्रों का चयन परीक्षा के माध्यम से किया जाता है। परीक्षा में 10वीं कक्षा के पाठ्यक्रम पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। इस योजना के पीछे सरकार की मंशा राज्य के शासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन देना। उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन और प्रशिक्षण प्रदान करना और उन्हें देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश लेने में सक्षम बनाना है।
किस जिले से कितनों का चयन
परीक्षा परिणाम के आंकड़ों से पता चलता है कि रीवा में 766 में से 58, भोपाल में 226 में से 22, भिंड में 184 में से 15, सागर में 265 में से 14, इंदौर में 344 में से 6, छतरपुर में 525 में से 20 और सतना में 574 में से 17 छात्रों का चयन हुआ है।