विजयवर्गीय ने लगाया जन्मदिन पर पोस्टर-बैनर पर प्रतिबंध, कहा गौ सेवा पर करें खर्च

विजयवर्गीय ने लगाया जन्मदिन पर पोस्टर-बैनर पर प्रतिबंध, कहा गौ सेवा पर करें खर्च.

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने जन्मदिवस के अवसर पर कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों से विशेष अपील की है। उन्होंने वीडियो संदेश जारी कर आग्रह किया है कि आगामी 30 अप्रैल को उनके जन्मदिन पर शहर में बैनर, पोस्टर और होर्डिंग्स नहीं लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि आप सभी मेरे हृदय में बसते है। उन्होंने कहा कि जो राशि पोस्टर और बैनर पर खर्च कर रहे हैं, उसे गौसेवा में लगाना अधिक पुण्य का कार्य होगा। उन्होंने इंदौर स्थित पितृ पर्वत गौशाला, श्री विद्याधाम गौशाला एवं साईं बाबा मंदिर के समीप स्थित गौशाला सहित शहर की अन्य गौशालाओं में दान करने का अनुरोध किया। विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि शहर की स्वच्छता हम सबकी जिम्मेदारी है और अनावश्यक पोस्टर-बैनर लगाने से शहर का सौंदर्य बिगड़ता है। शहर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए जरूरी है कि ऐसे प्रचार के माध्यमों से बचा जाए।

करोड़ों खर्च के बाद भी बूंद-बूंद को तरस रही प्रदेश की जनता : सिंघार
गर्मी का सीजन शुरू होते ही जल का संकट शुरू हो जाता है। प्रदेश की कई क्षेत्रों से पानी की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे ही एक मामले पर मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार की नल जल योजना पर सवाल खड़े किए हैं। नेता प्रतिपक्ष ने अपने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि मप्र के गांवों में जल संकट ने विकराल रूप ले लिया है। गोहद-मेहगांव क्षेत्र के 75 गांव नल-जल योजना के बावजूद आज भी पीने के पानी के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं। महिलाएं, बच्चे कई किलोमीटर दूर से पानी ढोने को मजबूर हैं। कई गांवों में खारा पानी ही एकमात्र विकल्प बचा है। हालात इतने बदतर हैं कि लोगों को गांव छोडऩे की नौबत आ गई है। सरकारी रिकॉर्ड में योजनाएं चालू दिख रही हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है। नेता प्रतिपक्ष ने लिखा कि पीएचई विभाग की लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते करोड़ों की योजनाएं धूल चाट रही हैं। ये केवल जल संकट नहीं, ये सरकार की नाकामी और भ्रष्टाचार की गवाही है।

बाबरी मस्जिद के शहीद होने पर दंगे हमने करवाए, फिसली दिग्विजय की जुबान
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की एक कार्यक्रम के दौरान जुबान फिसल गई। सिंह ने कहा कि जब बाबरी मस्जिद शहीद हुई तब मैं कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था। भोपाल में 1947 में भी ऐसे दंगा नहीं हुआ, लेकिन बाबरी मस्जिद गिरने पर दंगा हुआ। उन्होंने कहा, दंगा फसाद होने में हमने पूरी कोशिश की। दरअसल, दिग्विजय सिंह कहना चाहते थे कि दंगा फसाद रोकने की कोशिश की लेकिन उनकी जुबान फिसल गई। कांग्रेस नेता का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने पर दिग्विजय सिंह ने अपने इस बयान पर कहा कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़ के पेश किया गया। मेरे बयान से भाजपा के नेताओं ने नाम हटा दिया। पूरा देश जानता है, दिग्विजय सिंह दंगे के खिलाफ है। मैंने ये कहा था कि 15 दिन पीसीसी दफ्तर में सोया था। हिंदू, मुसलमानों के साथ मिलकर दंगा फसाद न हो इसका प्रयास किया था। सिर्फ मेरे बयान से न ही तो हटाना था।

विवाद के चलते सीईओ ने जनपद अध्यक्ष को दी गोली मारने की धमकी
जनपद पंचायत अमरपाटन का विवाद अब धमकियों तक पहुंच गया है। अपने खिलाफ हुई शिकायत से बौखलाए जनपद पंचायत सीईओ ओपी अस्थाना ने बुधवार रात जनपद अध्यक्ष को फोन पर गोली मारने की धमकी दे डाली। घटनाक्रम को लेकर जनपद अध्यक्ष ने शिकायत एसपी मैहर, कलेक्टर मैहर और जिला पंचायत सीईओ सतना से की है। जिपं सीईओ संजना जैन ने जांच कमेटी गठित करने सहित अमरपाटन सीईओ को जिला पंचायत में अटैच करने और रामनगर सीईओ को जनपद पंचायत अमरपाटन का अतिरिक्त प्रभार देने का प्रस्ताव भेज दिया है। दरअसल, जनपद पंचायत अमरपाटन में गत पखवाड़े बैठक के दौरान विवाद की स्थिति बनी थी। इसे लेकर जनपद सीईओ ओपी अस्थाना और अध्यक्ष माया विनीत पाण्डेय ने थाने में शिकायत की थी। इसके बाद कार्यालयीन स्तर पर तनातनी का माहौल था।