भाजपा नेता दिलीप घोष 61 की उम्र में लेंगे सात फेरे, होने वाली दुल्हन है पार्टी की कार्यकर्ता.
सूत्रों के मुताबिक बंगाल बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शुक्रवार को शादी के बंधन में बंध सकते हैं। रिपोट्र्स के मुताबिक, दुल्हन का नाम रिंकू मजूमदार है। रिंकू मजूमदार भाजपा की लंबे समय से कार्यकर्ता हैं, उन्होंने महिला मोर्चे की जिम्मेदारी भी बखूबी संभाली है। उन्होंने पार्टी में ओबीसी मोर्चा और हथकरघा प्रकोष्ठ के साथ-साथ विभिन्न महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं। दिलीप, अपनी भावी पत्नी रिंकू और ससुराल वालों के साथ 3 अप्रैल को ईडन गार्डन में केकेआर का मैच देखने भी पहुंचे थे। रिंकू का बेटा भी स्टेडियम में उनके साथ मौजूद था। इसके बाद ही उनके जीवन की इस नई पारी को लेकर चर्चाएं शुरू हुईं। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को दिलीप घोष अपने न्यूटाउन स्थित आवास पर रिंकू मजूमदार के साथ सात फेरे लेने वाले हैं। कई रिपोर्टों के अनुसार, घोष ने खुलासा किया कि पिछले लोकसभा चुनावों में उनकी हार के बाद रिंकू ने उनसे शादी का प्रस्ताव रखा था। दिलीप के करीबी लोगों के अनुसार, जब वह लोकसभा चुनाव हारने के बाद थोड़ा उदास थे, तो रिंकू ही पहली व्यक्ति थीं जिन्होंने प्रस्ताव दिया था कि वे दोनों साथ मिलकर परिवार शुरू करें। उन्होंने बताया था कि अब वह भी जीवन में अकेली हैं और दिलीप के साथ रहना चाहती हैं। दिलीप ने पहले तो शादी करने से मना कर दिया, लेकिन बाद में अपनी मां के आग्रह पर दोबारा विचार करने के लिए राजी हो गए। धीरे-धीरे उन्हें लगा कि जीवन का यह चक्र भी पूरा होना चाहिए।
इजरायल के ताबड़तोड़ अटैक के बाद सरेंडर मोड में हमास, बोला सभी बंधक लौटाने को तैयार
इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से चल रही जंग अब थमती नजर आ रही है। इजरायल के सामने हमास सरेंडर मोड में नजर आ रहा है। उसने कह दिया है कि अब युद्ध खत्म कर दिया जाना चाहिए। हमास ने कहा कि हम गाजा में युद्ध खत्म करना चाहते हैं और सभी बंधकों को छोडऩा चाहते हैं। हमास के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम इजरायल की जेलों में बंद फिलिस्तीनी नागरिकों के बदले में हम बंधक बनाए गए सभी इजरायलियों को छोडऩा चाहते हैं। हमास नेता खलील अल-हाया ने टेलीविजन संबोधन में कहा कि अब हम अंतरिम समझौते नहीं करना चाहते। अब हमें स्थाई समाधान चाहिए। हम तुरंत प्रभाव से इस युद्ध को खत्म करना चाहते हैं। गाजा में युद्ध नहीं चाहते। हाया ने कहा कि इजरायली पीएम नेतन्याहू और उनकी सरकार अपने पॉलिटिकल एजेंडे के लिए आंशिक समझौते कर रही है, जिससे गाजा में भुखमरी और बढ़ रही है। हम सभी बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार हैं।
अमेरिका ने हूतियों को टारगेट कर किया बड़ा हमला, 20 की मौत, 50 घायल
यमन में हूती विद्रोहियों को टारगेट करते हुए अमेरिका ने एक बार फिर घातक बमबारी की है। अमेरिका की ओर से ताजा हमले हूतियों के कब्जे वाले रास ईसा तेल बंदरगाह पर किए गए हैं। अमेरिकी हवाई हमलों में 20 लोगों की मौत हो गई है और 50 अन्य लोग घायल हुए हैं। हूती विद्रोहियों ने इस हमले के बारे में जानकारी दी है। अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने भी इन हमलों की पुष्टि की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से निर्देश मिलने के बाद अमेरिकी सेना 15 मार्च से हूती विद्रोहियों के खिलाफ ताबड़तोड़ हमले कर रही है। अमेरिकी सेना की ओर से किए गए हमलों में यह मारे गए लोगों की सर्वाधिक संख्या है। हूती विद्रोहियों के समाचार चैनल ने हमले के बाद की स्थिति का ग्राफिक फुटेज प्रसारित किया जिसमें घटनास्थल पर लाशें बिखरी नजर आ रही हैं। अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी सेना ने ईरान समर्थित हूती आतंकवादियों के लिए ईंधन के इस स्रोत को खत्म करने और उन्हें उस अवैध राजस्व से वंचित करने के लिए यह कार्रवाई की है।
नई शिक्षा नीति पर अब महाराष्ट्र में टकराव, राज ठाकरे के घर अहम बैठक
महाराष्ट्र में हिंदू भाषा का विवाद एक बार फिर गर्माता जा रहा है। राज ठाकरे ने एमएनएस के प्रमुख नेताओं की बैठक बुलाई है। शुक्रवार सुबह 11 बजे राज ठाकरे के घर शिवतीर्थ पर ये बैठक होगी। इस बैठक पर में महाराष्ट्र में लागू किए गए नई शिक्षा नीति के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। हिंदी विरोध के मुद्दे पर जनता के बीच कैसे जाएं? कैसे मराठी लोगों और मराठी संगठनों को इस मुद्दे के साथ जोड़ा जाए? इन सभी विषयों पर राज ठाकरे के घर मंथन किया जाएगा। स्कुलों में पहली कक्षा से हिंदी पढ़ाने का राज ठाकरे विरोध कर रहे हैं। राज ठाकरे का कहना है की हम हिंदू हैं लेकिन हिंदी नहीं। अगर सरकार फैसले को पीछे नहीं लेती है तो संघर्ष अटल है। यह चेतावनी राज ठाकरे पहले ही दे चुके हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन के बाद, 2025-26 शैक्षणिक वर्ष से मराठी और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए हिंदी अनिवार्य तीसरी भाषा होगी। इसको लेकर तमिलनाडु के बाद अब महाराष्ट्र में विरोध होने लगा है।