कन्यादान करने से लेकर निभाई सभी विवाह की रस्में
भोपाल/मंगल भारत.
आम आदमी आईएएस अफसर का नाम सुनकर ही डर जाता है। इसकी वजह है उसके पास मौजूद पॉवर और रसूख। अगर इन्हीं दो चीज का उपयोग अगर कोई अफसर परहित या समाज सेवा में करता है तो उसकी चर्चा होना स्वाभाविक है। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के भिंड जिले के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का सामने आया है। श्रीवास्तव और उनकी पत्नी रुचि शिवा ने मानवीय के साथ ही सामाजिक दायित्व निभाते हुए एक अनाथ बच्ची की शादी ही नहीं की बल्कि उसके धर्म माता पिता बनकर कन्यादान भी किया है। इसकी चर्चा अब प्रशासनिक विथिकाओं से लेकर आम लोगों में खूब हो रही है। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और रुचि शिवा ने 5 मई को लहार की रहने वाली वर्षा दोहरे का कन्यादान दिया।
शादी के पहले भाई की मौत
जानकारी के अनुसार, भिंड जिले के लहार के मझतौरा मोहल्ले में रहने वाली वर्षा दोहरे के पिता लालता प्रसाद दोहरे की मौत करीब चार साल पहले हो गई थी। इसके बाद दो साल पहले मां का भी निधन हो गया। लगभग एक महीने पहले बड़े भाई हाकिम दोहरे की भी सडक़ हादसे में मौत हो गई। इसके बाद वर्षा पूरी तरह अनाथ हो गई थी और अपने मौसी-मौसा के साथ रह रही थी। रिश्ते के नाम पर वर्षा के पास सिर्फ उसका भाई था, जो वर्षा की शादी के लिए पैसे जोड़ रहा था। उसने वर्षा की शादी भी तय कर दी थी, लेकिन शादी के कुछ दिन पहले ही एक ट्रैक्टर एक्सीडेंट में उसके भाई की मौत हो गई। इससे वर्षा के ऊपर एक बार फिर से दुखों का पहाड़ टूट गया। जब यह खबर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव तक पहुंची तो उन्होंने मानवीय संवेदनाएं दिखाते हुए वर्षा की शादी में कन्यादान करने का संकल्प लिया। सोमवार रात करीब 11 बजे वे अपनी पत्नी रुचि श्रीवास्तव के साथ विवाह समारोह में पहुंचे और करीब डेढ़ घंटे तक मौजूद रहकर शादी की रस्मों में भाग लिया।
ग्वालियर अंचल में पहला मौका
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर-चंबल संभाग में ऐसा पहली बार होगा जब कोई कलेक्टर किसी बच्ची का कन्यादान दे रहा है। इससे समाज में एक बहुत ही अच्छा संदेश जाता है। वहीं, दूल्हा सोनू दोहरे ने बताया कि बहुत अच्छा लगा कलेक्टर भिंड आए और हमारी शादी में शामिल हुए। लडक़ी के मौसा ने कहा कि ये बहुत खुशी की बात है। बहुत अच्छा लग रहा है, हमें गर्व है कि कलेक्टर भिंड अपने परिवार के साथ शादी में आए और बेटी का कन्यादान किया।
मेहमानों को कराया भोज, दिया गिफ्ट
कलेक्टर ने न सिर्फ कन्यादान की रस्म निभाई, बल्कि शादी में आए मेहमानों को भोज भी कराया। साथ ही वर-वधू को उपहार भेंट कर उनके सुखद दांपत्य जीवन की शुभकामनाएं दी। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि हम सब समाज का हिस्सा हैं। जो गरीब, पीड़ित, शोषित हैं, उनका सहयोग करना ही मानवता है। वर्षा अनाथ नहीं है, वह हम सभी की बेटी है।
जनप्रतिनिधियों ने भी दिया सहयोग
शादी में आने वाली अड़चनों को देखते हुए लहार के पूर्व विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने आर्थिक मदद दी थी। वहीं, लहार विधायक अम्बरीष शर्मा ने भी शादी के लिए दहेज का सामान भेंट किया। विधायक शर्मा के पिता नरेश शर्मा खुद लडक़ी से मुलाकात कर उपहार सौंपने पहुंचे थे। कलेक्टर के इस मानवीय कदम की हर किसी ने दिल खोलकर तारीफ की। लोगों ने कहा कि ऐसे अफसरों की वजह से ही आज भी समाज में इंसानियत जिंदा है।