सीएनएन ने फ्रांसीसी खुफिया अधिकारी के हवाले से पुष्टि की- आईएएफ रफाल पाकिस्तान ने गिराया

एक उच्च पदस्थ फ्रांसीसी खुफिया अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि पाकिस्तान ने बुधवार को एक भारतीय रफाल फाइटर जेट को गिराया, जबकि नई दिल्ली इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है. ज्ञात हो कि बुधवार को ही भारत के पंजाब में एक अज्ञात विमान को दुर्घटनाग्रस्त हुआ, साथ ही जम्मू-कश्मीर में भी विमान के कुछ हिस्से पाए गए.

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नई दिल्ली: एक उच्च पदस्थ फ्रांसीसी खुफिया अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि पाकिस्तान ने बुधवार (7 मई) को एक भारतीय रफाल लड़ाकू विमान को गिरा दिया, जबकि नई दिल्ली इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है.

सीएनएन ने अपने सूत्र के हवाले से कहा कि फ्रांसीसी अधिकारी यह पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं कि क्या पाकिस्तान ने भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ – जिसमें उसने कहा है कि पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ स्थलों पर आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया – पर इस्लामाबाद की तत्काल प्रतिक्रिया के बीच एक से अधिक रफाल को मार गिराया है.

खुफिया अधिकारी का यह दावा इस्लामाबाद के इस दावे की पृष्ठभूमि में आया है कि पाकिस्तान की सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तत्काल जवाब में बुधवार को तड़के भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया.

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि उन्होंने पंजाब के एक मैदान में एक अज्ञात विमान को दुर्घटनाग्रस्त होते देखा है, साथ ही जम्मू-कश्मीर में भी विमान के कुछ हिस्से देखे हैं.

नई दिल्ली ने विमान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन रॉयटर्स और न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारतीय अधिकारियों के हवाले से कहा है कि बुधवार को कम से कम दो भारतीय विमान मार गिराए गए.

न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक आधिकारिक भारतीय सूत्र के हवाले से कहा कि तीन जेट विमान अस्पष्ट कारणों से गिराए गए तथा दो अन्य अधिकारियों ने केवल इस रिपोर्ट की पुष्टि की कि कुछ भारतीय विमान गिरे हैं.

इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत ने बुधवार रात एक बजे के बाद पाकिस्तानी पंजाब और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ स्थलों को निशाना बनाया, ‘जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और उन्हें संचालित किया गया.’

इसमें कहा गया है कि सशस्त्र बलों की ‘केंद्रित, नपी-तुली और गैर-उकसावे वाली’ कार्रवाई का लक्ष्य पाकिस्तानी सैन्य बुनियादी ढांचा नहीं था.

इस्लामाबाद ने भारत की कार्रवाई को ‘युद्ध की गैरकानूनी कार्रवाई’ करार देते हुए दावा किया कि भारतीय सेना ने 26 नागरिकों को मार डाला और 46 अन्य को घायल कर दिया. दूसरी ओर, ख़बरों के अनुसार, नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलीबारी में कम से कम 12 नागरिक मारे गए.

इस बीच, पाकिस्तान ने यह भी दावा किया है कि उसने भारतीय कार्रवाई के तत्काल सैन्य जवाब के रूप में पांच भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया.

इस बीच, स्थानीय लोगों ने कश्मीर घाटी और पंजाब के बठिंडा में विमान का मलबा देखे जाने की सूचना दी है.

बठिंडा में स्थानीय लोगों ने बताया कि एक अज्ञात विमान खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया और बाद में उसमें विस्फोट हो गया, जिससे एक मजदूर की मौत हो गई. घटनास्थल की घेराबंदी कर दी गई है.

श्रीनगर के निकट पंपोर में एक निवासी ने द वायर को बताया कि मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को लड़ाकू विमान इलाके के ऊपर मंडरा रहे थे और अचानक आसमान में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ.

प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि विमान का मलबा वुयान क्षेत्र में 500 मीटर के दायरे में बिखरा पड़ा है, जिसे सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत घेर लिया और पत्रकारों को वहां से वापस भेज दिया.

एसोसिएटेड प्रेस और रॉयटर्स के फोटो पत्रकारों ने वुयान में एक विमान के हिस्से की तस्वीर लेने में कामयाबी हासिल की.

न्यूयॉर्क टाइम्स से बात करते हुए हथियार शोधकर्ता ट्रेवर बॉल, जिन्होंने वुयान से गवाहों की तस्वीरों का विश्लेषण किया, ने क्षतिग्रस्त टुकड़ों की पहचान एक बाहरी टैंक के रूप में की, जो संभवतः दासो रफाल या दासो मिराज लड़ाकू विमान के थे, जो दोनों ही भारत द्वारा संचालित हैं. अखबार ने कहा कि वह इस बात की पुष्टि नहीं कर सके कि टैंक दुश्मन की गोली से मारे गए जेट से आया था या नहीं.

वुयान में ली गई कुछ तस्वीरों पर एक्स पर टिप्पणी करते हुए बॉल ने कहा कि यह टैंक ‘दुर्घटनाग्रस्त विमान का नहीं है’ उन्होंने कहा, ‘यह एक विमान का ड्रॉप टैंक है और किसी भी तस्वीर में विमान का कोई अन्य हिस्सा नहीं दिख रहा है.’
एक कमेंट का जवाब देते हुए उन्होंने यह भी कहा, ‘ड्रॉप टैंक के गिर जाने का मतलब यह नहीं है कि जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. उन्हें ड्रॉप टैंक इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्हें गिराया जा सकता है.’

ज्ञात हो कि भारत ने 2016 में 7.8 बिलियन यूरो (आज के हिसाब से 7.47 लाख करोड़ रुपये) की लागत वाले 36 रफाल खरीदे थे, जो फ्रांसीसी निर्माता दासो एविएशन द्वारा निर्मित एक परिष्कृत लड़ाकू विमान है.

पेरिस में फाउंडेशन फॉर स्ट्रैटेजिक रिसर्च थिंक टैंक के एसोसिएट फेलो, सामरिक प्रणालियों के विशेषज्ञ एटिएन मार्कुज़ ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कथित तौर पर ‘अत्यधिक चुस्त मॉड्यूलर म्यूनिशन एक्सटेंडेड रेंज’ या हैमर मिसाइलों का इस्तेमाल किया था, जिसके प्रभावी होने के लिए इसे ‘लक्ष्य के काफी करीब से’ इस्तेमाल किया जाना चाहिए. यही वह पृष्ठभूमि हो सकती है, जिसके चलते भारतीय रफाल को मार गिराया गया.

हालांकि, भारत सरकार ने वुयान या बठिंडा में शामिल विमानों के विवरण का खुलासा नहीं किया है, लेकिन चीन में भारतीय दूतावास ने पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराने संबंधी ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट को ‘गलत सूचना‘ करार दिया है. इसमें इस तथ्य की ओर भी ध्यान दिलाया गया कि प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान और उसके बाद भारतीय सैन्य नुकसान के कुछ दावों का खंडन किया है.

ऐसा ही एक दावा है ‘वायरल तस्वीर में झूठा दावा किया गया है कि पाकिस्तानी सेना ने बहावलपुर के पास एक भारतीय रफाल जेट को मार गिराया है.’

पीआईबी ने यह भी कहा कि ‘पाकिस्तान समर्थक सोशल मीडिया हैंडल’ ने 2024 के लड़ाकू विमान दुर्घटना की तस्वीर को ‘हाल ही में भारतीय वायु सेना के नुकसान को दर्शाने’ के प्रयास में फिर से प्रसारित किया, लेकिन असल में यह नुकसान नहीं हुआ.