अलग-अलग स्कूलों के अविभावकों ने यूनाइटेड पेरेंट्स वॉइस के बैनर तले मीडिया को संबोधित किया .

आज दिनांक 12 जून 2025 को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया से दिल्ली के अलग-अलग स्कूलों के अविभावकों ने यूनाइटेड पेरेंट्स वॉइस के बैनर तले मीडिया को संबोधित किया और जिसमें सभी की एक ही मुख्य चिंता थी कि इस बिल को जल्दबाजी में छुपा कर लाने की क्या जल्दी थी इस बिल का नाम है ट्रांसपेरेंसी इन फी फिक्सेशन बिल 2025 लेकिन इसमें ट्रांसपेरेंसी के नाम पर कुछ नहीं है ।

सभी अभिभावक चाहते थे कि इस बिल को जनता के सामने लाया जाता थोड़ा समय मिलता इसको रिव्यू करने के लिए जनता से फीडबैक लिए जाते और फिर इसको विधानसभा में चर्चा करने के बाद पारित किया जाता अभी जो बातें इस बिल के लिए निकल कर सामने आ रही हैं उसमें सबसे पहले तीन स्तरीय कमेटी बनाई जाएगी जिसमें पांच पेरेंट्स स्कूल कमेटी में ड्रॉ के जरिए चुने जाएंगे और अभिभावकों ने कहा क्या हम विधायक भी ड्रॉ की जरिए चुन सकते हैं अगर नहीं तो हम भी अपने प्रतिनिधि ड्रा के जरिए नहीं बल्कि निष्पक्ष चुनाव के जरिये चुनेंगे, आज तक पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन भी स्कूल वाले फेक तरह से बनाते आ रहे हैं अपने चाहते लोगों को मैनेजमेंट कमेटी में रखते हैं और आगे भी ऐसा ही चलता रहेगा ।
अपनी कंप्लेंट को डिस्ट्रिक्ट लेवल कमेटी तक पहुंचाने के लिए 15% अभिभावकों की जरूरत पड़ेगी जो की बहुत ही मुश्किल है ऐसा लगता है यह बिल प्राइवेट स्कूल वालों को पूरी तरह से फायदा पहुंचाने के लिए बनाया जा रहा है ।
स्कूल के ऊपर गड़बड़ी पाए जाने पर ₹50000 का फाइन लगाने का बिल्कुल ही गलत फैसला है यह फाइन अगर लगाना था तो स्कूल चलाने वाली समिति के ऊपर लगाया जाना चाहिए था स्कूल के ऊपर पेनाल्टी लगाने का मतलब है अभिभावक की जेब से पैसा निकालना ।
इस बिल में फीस बढ़ाने के लिए कहीं भी कैग ऑडिट की बात नहीं करी गई है इस बिल में स्कूल के बच्चों को प्रताड़ित करने पर स्कूल की कॉम्पीटेंट अथॉरिटी पर जे.जे.एक्ट और भारतीय न्याय संहिता में मुकदमा दर्ज होना चाहिए
दिल्ली के अभिभावक और् अभिभावक संघ और एजुकेशन एक्टिविस्टों ने सरकार को अपनी अपनी तरफ से कुछ सुझाव बनाकर भेजे हुए हैं क्योंकि वह जानते हैं कि किस तरीके से स्कूल वाले कानून की धज्जियां उड़ाते हुए मनमाने तरीके से फीस भी बढ़ाते हैं और इल्लीगल फीस का विरोध करने पर उनके बच्चों को प्रताड़ित भी करते हैं सभी अभिभावक और शिक्षाविदों ने सरकार को 24 घंटे के अंदर बिल को सार्वजनिक करने की डिमांड करी है और अगर यह भी सार्वजनिक नहीं किया जाता है तो 14 तारीख को जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और जब तक यह बिल सार्वजनिक नहीं हो जाता अभिभावक सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर होतें रहेंगे ।
हम लोग कानून के जानकार लोगों से लीगल ओपिनियन ले रहे हैं कि अगर यह बिल जबरदस्ती हमारे ऊपर थोपा जाता है तो किस तरीके से कोर्ट में इसको चैलेंज करना है ।

प्रेस कांफ्रेंस को सम्भोदित करने वाले अभिभावक एवं एजुकेशनिस्ट जोकि यूनाइटेड पेरेंट्स वॉइस के बैनर तले एक मंच पर आये वह इस प्रकार हैँ :गीत सेठी एडवोकेट , हितेश कौशिक , मीनाक्षी , दक्षा आनन्द , रोहित गुप्ता, सुमित जैन , अत्तूल रहेजा, अमित अग्रवाल, गारिमा गोयल, गगनदीप सिंह, विक्की झाम्ब, रवि कौशिक, सौम्या , दीपक कुमार , रोहित जुनेजा, प्रदीप बंसल , आजाद सिंह आदि !!

धन्यवाद
टीम: यूनाइटेड पेरेंट्स वॉइस