नई दिल्ली : हिंदु धर्म के लोगों साल के 12 माह कोई ना कोई त्योहार मानते हैं, लेकिन धार्मिक ग्रंथों में सावन(श्रावस मास) के महीने को सबसे खास माना गया है. इस साल सावन(श्रावस मास) महीने की शुरुआत 27 जुलाई से हो रही है, लेकिन उदया तिथि यानि 28 को है इसलिए सावन(श्रावस मास) का महीना इसी दिन से शुरू होगा. इस साल सावन का महीना कई मायनों में खास है, क्योंकि 19 साल बाद एक दुर्लभ संयोग पड़ रहा है. इस साल सावन(श्रावस मास) का महीना 28, 29 नहीं बल्कि पूरे 30 दिनों का रहने वाला है.
इस बार 30 दिनों का है सावन का महीना
हिंदु पंचाग के मुताबिक, इस साल सावन(श्रावस मास) का महीने 30 दिन होने के पीछे अधिकमास है. 28 जुलाई को सावन का पहला दिन होगा जो कि 26 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगा. सावन(श्रावस मास) के महीने में सोमवार के दिन का खास महत्व है. ऐसा कहा जाता है कि सोमवार को भगवान शिव का दिन होता है और सावन(श्रावस मास) के दिनों में शिवलिंग पर जल चढाने से साक्षात भगवान के दर्शन होते हैं.
इस बार सावन में होंगे 4 सोमवार
इस बार सावन महीने में बड़ा ही शुभ योग बन रहा है. इस बार सावन माह में चार सोमवार हैं. सोमवार को बाबा भोलेनाथ का दुग्धाभिषेक व उस दिन व्रत रखने तथा श्रद्धा भाव से पूजन अर्चन करने वाले आस्थावानों की मनोकामनाएं भगवान शिव पूरी करते हैं ऐसा शास्त्रों में भी उल्लेखित है. इस बार श्रावण मास में करोड़ सूर्यग्रहण के फल के बराबर ही फलदायी भौमवती अमावस्या भी पड़ने जा रही है. श्रावण मास में बाबा को भांग, बेल पत्र और दूध चढ़ाने से मनवांक्षित फल की प्राप्ति होती है. साथ ही गरीबों को दान देने से पुण्य फल मिलता है. हालांकि महादेव चूंकि बड़े ही भोले माने जाते हैं इसलिए मात्र सच्चे मन से शिवलिंग पर जल चढ़ाकर उन्हें रिझाया जा सकता है.