चेन्नईः तमिलनाडु के थेनी और मदुरै जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है. कावेरी और भवानी नदियों के तटों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पंहुचाया गया है. मेट्टूर सहित तीन बांधों से दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि करीब 8,410 लोगों ने कर्नाटक के जलाशयों से काफी मात्रा में जल प्रवाह होने के मद्देनजर राहत शिविरों में शरण ली है.
उन्होंने बताया कि मेट्टूर, भवानी सागर और अमरावती बांधों से संयुक्त रूप से 2. 30 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है. राजस्व मंत्री आरबी उदय कुमार ने बताया कि पेरियार और वैगई बांधों से बहुत अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने के चलते थेनी और मदुरै जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही, राज्य के 13 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया जा चुका है.
बाढ़ के हालात का जायजा लेने केरल रवाना हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल में बाढ़ के हालात का जायजा लेने के लिए शुक्रवार शाम वहां के लिए रवाना हुए. दिन में मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री से बातचीत की थी और उनसे स्थिति के बारे में चर्चा की . प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘केरल में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां के लिए रवाना हो रहा हूं.’’ प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘केरल के लोगों के दुखदर्द पर पिछले कुछ दिनों से उनका ध्यान है. वह राहत एवं बचाव अभियानों की स्थिति की समीक्षा करेंगे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी करेंगे.’’
मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के बाद केरल रवाना हुए. केरल मानसूनी वर्षा से बेहद प्रभावित हुआ है. वहां नदियां और बांधों के जलाशयों से पानी बह रहा है. राज्य का बड़ा हिस्सा जलमग्न है.